दोस्त के बुलाने पर आठ दिन पहले निकला था घर से, रामगढ़ताल में मिला शव Gorakhpur News
परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि 25 मार्च की शाम वह मीट लेकर घर आए। पत्नी से बताया कि दोस्त बुला रहा है एक घंटे में आता हूं। देर रात तक वापस न आने पर पत्नी ने ससुर को फोन किया तो उन्होंने कहा किबस चलाने गया होगा।
गोरखपुर, जेएनएन। कैंट के भैरोपुर महटोलिया के पास रामगढ़ताल में प्राइवेट बस चालक 36 वर्षीय बबलू पांडेय का शव मिला। 25 मार्च की शाम से ही वह लापता थे। सिर व कनपटी के पास चोट के निशान होने से हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मूल रूप से झंगहा के मिश्रौलिया गांव निवासी कालिका पाण्डेय का बड़ा बेटा बबलू अपनी पत्नी प्रियंका पांडेय व चार बच्चे 12 वर्षीय पूजा, 10 वर्षीय ज्योति, 11 वर्षीय शुभम व सात वर्षीय अभय के साथ मोहद्दीपुर में आरकेबीके के सामने एक कमरे का मकान बनवा कर रहते थे। बबलू प्राइवेट बस चलाते थे।
परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि 25 मार्च की शाम वह मीट लेकर घर आए। पत्नी से बताया कि दोस्त बुला रहा है एक घंटे में आता हूं। देर रात तक वापस न आने पर पत्नी ने ससुर को फोन किया तो उन्होंने कहा कि घबराओ मत अक्सर वह बाहर रहते है बस चलाने गए होंगे।
शुक्रवार को भैरोपुर के महटोलिया में सुबह से दुर्गंध फैल रही थी। शाम को ताल के पास रहने वाले परिवार के बच्चे किक्रेट खेल रहे थे। गेंद तालाब के जाने पर लाने गए तो शव देखा। शोर मचाने पर पहुंचे आसपास के लोगों ने सूचना पुलिस को दी।जानकारी होने पर पहुंची बबलू की पत्नी ने फोटो के जरिए शव की पहचान पहचान की। बबलू तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके छोटे भाई प्रेम ने किसी के साथ दुश्मनी होने से इन्कार किया।
घर में मचा कोहराम
बबलू की पत्नी रोते-रोते अचेत हो जा रही थी। बड़ी बेटी पूजा कभी खुद रोती कभी रिस्तेदारो का फोन आने पर उन्हें शव मिलने की जानकारी दे रही थी। भाई बहनों के साथ मिलकर कभी मां को चुप कराती तो कभी खुद रोने लगती।यह देख स्थानीय लोगों की आंखों में भी आंसू आ गए।
भाई से लिया दोस्त का नंबर
कैंट पुलिस ने बबलू के भाई प्रेम से उसके दोस्त का नम्बर लिया, जिसने उसे बुलाया था। पुलिस अभी खुलकर कुछ नही बोल रही है। सीओ कैंट अजय सिंह ने बताया कि परिवार के लोगों ने पुलिस को सूचना नहीं दी थी। जांच चल रही है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह स्पष्ट होगी।