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अगले सप्ताह खुलेगा नौकायन एवं पार्क, जीडीए की तरफ से साफ-सफाई शुरू Gorakhpur News

अनलाक होने के साथ ही लोग रामगढ़ताल किनारे पहुंचने लगे हैं। इधर दो दिनों से चल रही तेज हवा के कारण ताल में जलकुंभी किनारे तक जमा हो गई है। लोग सड़क पर खड़े होकर ही ताल की रमणीयता का आनंद उठा रहे हैं।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 02:26 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 02:26 PM (IST)
गोरखपुर के रामगढ़ ताल में नौकायन केंद्र का फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के कारण शासन की ओर से लोगों को 21 जून से कुछ और पाबंदियों से छूट मिलने की उम्मीद है। माल एवं रेस्टोरेंट 50 फीसद क्षमता के साथ खोलने की तैयारी है। पार्कों को भी प्रतिबंध से मुक्त किया जा सकता है। इसी उम्मीद के साथ गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) भी नौकायन एवं अपने पार्कों को अगले सप्ताह में खोलने की तैयारी कर रहा है। हालांकि शासनादेश आने के बाद ही इस संबंध में कोई आदेश जारी किया जाएगा।

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ताल में लगी है जलकुंभी

अनलाक होने के साथ ही लोग रामगढ़ताल किनारे पहुंचने लगे हैं। इधर दो दिनों से चल रही तेज हवा के कारण ताल में जलकुंभी किनारे तक जमा हो गई है। लोग सड़क पर खड़े होकर ही ताल की रमणीयता का आनंद उठा रहे हैं। आसपास लगने वाली खान-पान की दुकानों पर भी लोगों का जमावड़ा नजर आ रहा है। जेटी एवं नौकायन बंद होने से लोगों को थोड़ी निराशा भी हो रही है। वहां तैनात कर्मचारी से लोग नौकायन खुलने को लेकर सवाल कर रहे हैं।

साफ-सफाई के निर्देश

शासन की ओर से 21 जून से कुछ छूट दिए जाने की संभावना को देखते हुए जीडीए ने साफ-सफाई के निर्देश दिए हैं। महानगर क्षेत्र में जीडीए के पास छह पार्क हैं, जहां दिनभर लोगों का आना-जाना रहता है। इन पार्कों की भी जल्द ही साफ-सफाई शुरू हो जाएगी। जीडीए के सचिव राम सिंह गौतम ने बताया कि अभी नौकायन या पार्कों को खोलने का कोई आदेश नहीं आया है। उम्मीद है कि सोमवार तक कोई आदेश आ जाए। शासन का निर्देश मिलने के बाद यहां भी नौकायन और पार्क लोगों के लिए खोल दिए जाएंगे। कोविड प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य होगा। पार्कों की सफाई के लिए कहा गया है। बता दें कि इस समय ताल में हर तरफ जलकुंभी लगा हुआ है। नाैकायन में जलकुंभी बड़ी बाधा है। जलकुंभी जब लग जाता है, तब जीडीए को होश आता है कि इसकी भी सफाई जरूरी है। अक्‍सर ऐसा होता है कि जल कुंभी लग जाने के कारण नौकायन बंद हो जाता है। इसकी अभी तक कोई स्‍थाई समाधान की दिशा में कोई भी काम नहीं किया गया है।


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