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यूपी चुनाव 2022: बड़े कार्यकर्ताओं को दी गई छोटी जिम्मेदारी, यह है भाजपा की तैयारी

UP Assembly Elections 2022 भाजपा ने चुनाव में बड़े पदाध‍िकार‍ियों को छोटी-छोटी जिम्मेदारी सौंपी है। राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों ने क्षेत्र स्तर की जिम्मेदारी संभाल रखी है और बहुत से प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने निर्देश के मुताबिक खुद को एक-एक विधानसभा क्षेत्र के दायरे में समेट लिया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 10 Jan 2022 01:09 PM (IST)Updated: Tue, 11 Jan 2022 08:24 AM (IST)
यूपी चुनाव 2022: बड़े कार्यकर्ताओं को दी गई छोटी जिम्मेदारी, यह है भाजपा की तैयारी
यूपी चुनाव 2022: भाजपा ने अपने बड़े पदाध‍िकार‍ियों को न‍िचले स्‍तर की ज‍िम्‍मेदारी दी है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा कितनी संवेदनशील और सतर्क है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी ने बहुत से बड़े पदों के कार्यकर्ताओं को छोटी-छोटी जिम्मेदारी सौंपी है और जिसे अपने पद के प्रोटोकाल को दरकिनार करके वह पूरी निष्ठा के साथ निभा रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों ने क्षेत्र स्तर की जिम्मेदारी संभाल रखी है और बहुत से प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने संगठन के निर्देश के मुताबिक खुद को एक-एक विधानसभा क्षेत्र के दायरे में समेट लिया है और चुनाव अभियान को सफल बनाने में लगे हैं।

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राष्ट्रीय मंत्री और प्रदेश महामंत्री संभाल रहे चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी

भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री अरव‍िंद मेनन क्षेत्रीय संगठन चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसके लिए वह क्षेत्र के सभी 10 जिलों (गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल) में लगातार दौरा कर रहे हैं और वहां के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में चुनावी जोश भर रहे हैं। मेनन केरल के रहने वाले हैं और मध्य प्रदेश के महामंत्री संगठन की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभा चुके हैं। प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता संगठनात्मक दृष्टि से क्षेत्र के प्रभारी की भूमिका में पहले से हैं। उन्होंने भी चुनावी कमान संभाल ली है।

बिहार के प्रदेश पदाधिकारी विधानसभा क्षेत्रों में कर रहे प्रवास

राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर क्षेत्र के चुनाव प्रभारी की भूमिका में हैं। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी संयोजन के लिए जो प्रवासी बनाए गए हैं, उनमें से ज्यादातर पड़ोसी राज्य बिहार के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी हैं। मसलन राजेश वर्मा और शैलेंद्र मिश्रा बिहार के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। प्रवासी सुबोध पासवान, राजीव यादव, मुन्ना ङ्क्षसह यादव और सोनू शर्मा वहां के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हैं। अमरेंद्र कुमार किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री हैं जबकि रंजन गौतम प्रदेश आइटी संयोजक। यह प्रदेश स्तर के पदाधिकारी होते हुए विधानसभा क्षेत्र में चुनाव तक के लिए अपना स्थायी निवास बनाए हुए हैं।

बूथ से लेकर शक्ति केंद्र तक कार्यकर्ताओं को सहेज रहे हैंं। पार्टी की रणनीति उन तक पहुंचा रहे हैं। चुनाव की घोषणा के बाद रविवार को पार्टी के बेनीगंज कार्यालय पर प्रवासियों की बैठक आयोजित हुई, जिसमें क्षेत्रीय पदाधिकारियों और जिला पदाधिकारियों ने उन्हें पार्टी नेतृत्व द्वारा चुनाव प्रचार के मद्देनजर लिए गए निर्णय से अवगत कराया।

पन्ना प्रमुख बनाए जा चुके हैं बड़े-बड़े पदाधिकारी

पार्टी नेतृत्व की योजना के मुताबिक सभी छोटे-बड़े पदाधिकारियों को पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारी पहले ही सौंपी जा चुकी है। उन्हें मतदाता सूची के उस पन्ने के प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसमें बतौर मतदाता उनका नाम दर्ज है। इस तरह मुख्यमंत्री से लेकर बूथ अध्यक्ष तक पन्ना प्रमुख बनाया गया। सभी पन्ना प्रमुखों को पार्टी की ओर से उनका पन्ना सौंप दिया गया। वह अपने पन्ने में दर्ज नामों को भाजपा का वोट बनाने में जुट गए हैं।


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