Bird Flu in Gorakhpur: देवरिया में छह कौवों व एक बगुला में मिला बर्ड फ्लू का वायरस, सभी जिलों में सतर्कता बढ़ी
Bird Flu in Gorakhpur कुल चौदह नमूने मंडलीय प्रयोगशाला गोरखपुर के माध्यम से बरेली भेजा गया। इन सभी नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। वहीं पिंडी लार भलुअनी व पकड़ी बाजार में मुर्गों के 66 नमूने लिए गए।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जिले में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान इज्जतनगर बरेली से आई रिपोर्ट में छह कौवों व एक बगुला में बर्ड फ्लू (एवियन इंफ्लूएंजा वायरस) की पुष्टि से हड़कंप मच गया है। पशुपालन विभाग ने पोल्ट्री, प्रवासी पक्षियों पर निगरानी बढ़ा दी है।
जिले के कई स्थानों पर कौवे मृत अवस्था में पाए गए थे। इसकी सूचना परपशुपालन विभाग की टीम ने नमूने एकत्र किए। रामपुर कारखाना के केशरपुर गांव व बरहज में मृत पाए गए छह कौवों के गुदाद्वार व स्नाव के छह नमूने लिए गए थे। इसके अलावा भटनी के खजुरी करौंता गांव में मृत अवस्था मिले बगुला के गुदाद्वार व स्नाव का नमूना लिए गए। कुल चौदह नमूने मंडलीय प्रयोगशाला गोरखपुर के माध्यम से बरेली भेजा गया। इन सभी नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। वहीं पिंडी, लार, भलुअनी व पकड़ी बाजार में मुर्गों के 66 नमूने लिए गए। इनको जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली भेजा गया। इन नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है।
देवरिया के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. विकास साठे का कहना है कि जिले के दो स्थानों पर मृत पाए गए कौवों में एवियन इंफ्लूएंजा वायरस की पुष्टि हुई है। इसको देखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है। सभी टीमों को सतर्क कर दिया गया है। देवरिया जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने की खबर मिलने की सूचना के बाद गोरखपुर मंडल में पशु चिकित्सा विभाग सतर्क हो गया है। अशाफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान के पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया है कि रामगढ़ ताल और प्राणी उद्यान के वेटलेंड में आने वाले प्रवासी पक्षियों पर निगाह रखी जा रही है।
देवरिया जिले में बरहज क्षेत्र के पैना गांव में 12 जनवरी को कुछ कौवे मृत पाए गए थे। 13 जनवरी को इनका सेंपल भारतीय अनुसंधान परिषद संस्थान (आइवीआरएफ) बोली भेजा गया था। अब जबकि पक्षियों की बर्ड फ्लू से मौत होने की पुष्टि हो चुकी है तो इसके बाद से गोरखपुर मंडल के चारों जिलों में पशु चिकित्सा विभाग सतर्क हो गया है। खबर मिली है कि मंडल के चारों जिलों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज के मुख्य पशु चिकित्याधिकारियों को जिला प्रशासन ने सतर्क किया है। शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान (चिडिय़ाघर) के पशु चिकित्सक डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि गोरखपुर से फिलहाल कोई सेंपल नहीं भेजा गया है। एहतियात के तौर पर रामगढ़ ताल और चिडिय़ाघर में आए प्रवासी पक्षियों पर नजर रखी जा रही है। वेटलैंड और रामगढ़ ताल के प्रवासी पक्षियों को नमूना लिए जाने की तैयारी की जा रही है। संदेह होने पर नमूने को परीक्षण के लिए आईवीआरआई सेंटर भेजा जाएगा।