Bird Flu in Gorakhpur: देवरिया में चमगादड़ और प्रवासी पक्षी की मौत, मुर्गा की दुकानें बंद
मौके पर पहुंचे तहसीलदार सतीश कुमार पशु चिकित्साधिकारी डा.अनिल कुशवाहा पशुधन प्रसार अधिकारी अशोक कुमार पांडेय ने पक्षी को प्लास्टिक के थैले में पैक कर ले गए। जिसे दफना दिया गया। उसके बाद नगर के मुर्गा की दुकानें बंद करा दी गई हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जिले में पक्षियों के मौत का सिलसिला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को देवरिया शहर के राघवनगर स्थित बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के निकट एक चमगादड़ के मरने की खबर से सनसनी फैल गई। इसके अलावा बरहज के पटेल नगर में अप्रवासी पक्षी मृत दशा में गिरा पड़ा मिला। यह देख लोग सहम गए। इसके बाद से नगर में मुर्गा की दुकानें बंद हो गईं।
अधिकारियों ने पक्षियों को दफानाया
मौके पर पहुंचे तहसीलदार सतीश कुमार, पशु चिकित्साधिकारी डा.अनिल कुशवाहा, पशुधन प्रसार अधिकारी अशोक कुमार पांडेय ने पक्षी को प्लास्टिक के थैले में पैक कर ले गए। जिसे दफना दिया गया।
नगर के मुर्गा की दुकानें बंद करा दी गई हैं। लोगों से मुर्गा नहीं खाने की सलाह दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि बर्ड फ्लू को देखते हुए मुर्गा खाना बंद करना जरूरी हो गया है। अन्यथा लोग बड़ी बीमारी की चपेट में आ जाएंगे। लोगों से कहा गया कि बर्ड फ्लू से सावधान रहने की जरूरत है।
12 जनवरी को हुई थी बर्ड फ्लू की पुष्टि
इससे पहले 12 जनवरी को बरहज में कोवे महोख पक्षी मरे थे, पक्षियों का नमूना 13 जनवरी को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर बरेली जांच के लिए भेजा गया था, जिसमें बर्डफ्लू की पुष्टि हुई थी। उसके बाद पशु चिकित्सा और नगरपालिका प्रशासन सतर्क हो गया । पशु चिकित्साधिकारी डा.अनिल कुशवाहा ने बताया कि प्रवासी पक्षी है। उसे दफना दिया गया है। बरहज में सतर्कता बरती जा रही है।
दूसरी तरफ रामपुरकारखाना केशरपुर में एक बगीचे में भी कौवे मृत गए थे। इसके अलावा भटनी इलाके में भी पक्षी मरे थे। जिनका नूमना लिया गया था। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.विकास साठे ने बताया कि बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद जिले में सतर्कता बरती जा रही है। प्रभावित इलाकों में खास नजर है। मुर्गा फार्म व बेचने लोगों को सख्त हिदायत दी गई है।