चौरीचौरा पहुंची नेपाल से निकली बाइक रैली, शहीदों को किया नमन
स्वतंत्र भारत के 75 वर्ष पूरे होने को लेकर नेपाल के काठमांडू से काशी के लिए एक बाइक रैली निकली हुई है। यह रैली 15 नवंबर को चौरीचौरा शहीद स्मारक पर पहुंची। वहां शहीद स्मारक पर शीश नवाया। शहीदों को याद किया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। स्वतंत्र भारत के 75 वर्ष पूरे होने को लेकर नेपाल के काठमांडू से काशी के लिए एक बाइक रैली निकली हुई है। यह रैली 15 नवंबर को चौरीचौरा शहीद स्मारक पर पहुंची। वहां शहीद स्मारक पर शीश नवाया। शहीदों को याद किया। बाइक रैली का नेतृत्व करने वाले नेपाल स्थित भारतीय दूतावास के सतेंद्र दहिया ने रैली में शामिल लोगों को चौरीचौरा के इतिहास के विषय में बताया।
गोरखनाथ मंदिर में किया दर्शन-पूजन
चौरीचौरा से बाइक रैली गोरखनाथ मंदिर पहुंची। वहां दर्शन पूजन के बाद रैली वापस नेपाल के लिए रवाना होग गई। यहां से पहले बाइक रैली में शामिल लोगों ने काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया था। बाइक रैली 14 नवंबर की रात में ही गोरखपुर पहुंच गई थी। यहां रैली में शमिल लोगों का भव्य स्वागत किया गया। 15 नवंबर को सुबह करीब साढ़ नौ बजे रैली यहां से चौरीचौरा पहुंची।
बताया गया आजादी की लडाई में चौरीचौरा का योगदान
वहां शहीद स्मारक पर लोगों ने शीश नवाया और इस दौरान नेपाल स्थित भारतीय दूतावास के सतेंद्र दहिया ने लोगों को बताया कि देश की आजादी में चौरीचौरा का बड़ा योगदान है। लोगों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को अजादी दिलाई है। बाद में लोग यहां से गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। वहां गोरखनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद लोग सोनौली होते हुए काठमांडू के लिए रवाना हो गए।
भारत-नेपाल के रिश्ता होगा मजबूत
काठमांडू से यह बाइक रैली भारत-नेपाल के रिश्तों को और मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से निकली हुई है। काठमांडू में पशुपतिनाथ दर्शन के साथ शुरू यह रैली शनिवार को काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया और सोमवार को बाबा गोरखनाथ का दर्शन किया। सतेंद्र दहिया ने बताया कि रैली निकालने का उद्देश्य दोनों देशों के बीच मैत्री पूर्ण रिश्तों को और मजबूती देना है। यह बाइक रैली आजादी के अमृत महोत्सव का हिस्सा है, जो प्रगतिशील भारत के 75 साल व इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए निकली है।