गैंगस्टरों पर बड़ी कार्रवाई, 1.03 करोड़ की संपत्ति जब्त- 13 अपराधियों की खुली हिस्ट्रीशीट
एडीजी जोन गोरखपुर ने अपराधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। गैंगेस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए एक करोड़ तीन लाख 69 हजार की संपत्ति जब्त की है। 13 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलकर निगरानी की जा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। अपराधियों के खिलाफ एडीजी ने कड़ा रुख अपनाया है। गैंगेस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए एक करोड़ तीन लाख 69 हजार की संपत्ति जब्त की है। 13 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलकर निगरानी की जा रही है। इसके अलावा लूट, नकबजनी व चोरी के मामले में प्रकाश में आए अपराधियों पर आपरेशन दस्तक के तहत उनकी आपराधिक गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बीच-बीच में चिह्नित स्थानों पर स्कीम-ए व बी के तहत चेकिंग की जा रही है। उधर, एडीजी के निर्देश पर पुलिस ने आपरेशन शिकंजा शुरू कर दिया है।
अपराध के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील है संतकबीर नगर
गोरखपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर व अंबेडकरनगर का सीमावर्ती जनपद होने के कारण पुलिस महकमा संतकबीर नगर जिले को अपराध के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील मानता है। पड़ोसी जनपदों से अपराधियों का आना-जाना लगा रहता है। इन सबके बीच अपराध पर प्रभावी नियंत्रण पाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। करीब एक माह पूर्व चोरी की बरामद तीन मोटरसाइकिलों व पकड़े गए दो बदमाशों से यह पता चला था कि इस जिले के बदमाशों का संबंध पड़ोस के जिलों के बदमाशों से है। पड़ोस के जनपदों से मोटरसाइकिल चुराकर इस जिले में छिपा देते हैं। इसके बाद नंबर प्लेट बदलकर इसे बेचने के प्रयास में जुट जाते हैं। पुलिस महकमे के आंकड़ों पर गौर करें तो केवल संतकबीर नगर जिले में पिछले साल की तुलना में इस साल डकैती-00.00 फीसद, लूट-00.00 फीसद, गृह भेदन- 13.63 फीसद, चोरी-26.31 फीसद, बलवा-08.33 फीसद, बलात्कार-17.64 फीसद तथा हत्या प्रयास के मामलों में 00.00 फीसद की कमी हुई है।
बदमाशों को सजा दिलाने को शुरू हुआ आपरेशन शिकंजा
अपराधियों को अब आसानी से जमानत नहीं मिलेगी। मुकदमे की परैवी करने के साथ ही जमा दिलाने के लिए एडीजी गोरखपुर जोन ने आपरेशन शिकंजा शुरू किया है। थानेदार अपने क्षेत्र के गंभीर मामले व जेल में बंद शातिर बदमाशों की सूची तैयार करेंगे। बदमाशों की कुंडली तैयार करने के बाद पुलिस मुकदमा वादी व गवाहों से मुलाकात कर सुरक्षा का भरोसा देगी।
एडीजी जोन अखिल कुमार ने जोन के सभी एसएसपी/एसपी को इस संबंध में पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करेन के साथ ही गिरफ्तार कर जेल भेजती है।ज्यादातर मामलों में प्रभावी कार्रवाई न होने की वजह से पेशेवर अपराधी जल्द ही जमानत पर छूट जाते हैं।जिसकी वजह पुलिस के स्तर से प्रभावी पैरवी न किया जाना है।कोई भी अपराधी गवाहों को प्रभावित करके न्यायालय में चल रहे मुकदमे को कमजोर न करने पाए इसके लिए पूरे जोन में अभियान चलाया जाएगा। जिसका नाम अापरेशन शिकंजा रखा है। इस अभियान का उद्देश्य जिले में घटित हुई सनसनीखेज अपराधिक घटना में शामिल बदमाशों के खिलाफ दर्ज मुकदमें में आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित करने के साथ ही नियमित रुप से पैरवी करना है।ऐसा करने से न केवल अपराधियों का मनोबल टूटेगा,बल्कि जनता के बीच सुरक्षा की भावना सुदृढ़ होगी।
ऐसे चलेगा अभियान
एसएसपी/एसपी अपने जिले में हुई सनसनी खेज वारदात की थानेवार सूची तैयार करेंगे।
अभियाेजन अधिकारी से बातचीत कर सभी मुकदमे की समीक्षा कर मजबूत विवेचना कराएंगे।
एडिशनल एसपी, सीओ के साथ ही थानेदार एक-एक अभियोग में खुद पैरवी करेंगे।
थानेवार तैयार की गई सूची की हर माह कप्तान समीक्षा करके कमियों को दूर कराएंगे।
नोडल अधिकारी ई-कोर्ट सर्विस" एप के जरिए अपने मुकदमे की पैरवी करेंगे।
कप्तान यह सुनिश्चित कराएंगे कि यह अभियान सतत चलता रहे। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई करें।
चिन्हित किए मुकदमे के वादी व गवाह को जरूरत पड़ने पर सुरक्षा मुहैया कराएं।
आपरेशन शिकंजा के तहत पुलिस अपराधियों के खिलाफ कोर्ट में चल रहे मुकदमों की देखरेख, तारिख और गवाहों की जानकारी लेती रही। नोडल अधिकारी अपनी देखरेख में गवाहों की गवाही आदि करवाएंगे। यदि कोई बदमाश गवाहों को तोड़ता या धमकी देता है तो संबंधित अधिकारी के जरिए दोषी के विरुद्ध कार्रवाई होगी।इस अभियान से आम जन का आत्मविश्वास बढ़ने के साथ ही बदमाशों में खौफ पैदा होगा। - अखिल कुमार, एडीजी जोन