कुशीनगर पहुंचीं रायल भूटान की राजकुमारी
रायल भूटान की राजकुमारी डेचन वाग्मो वागचुंक कुशीनगर पहुंच गई। यहां पर उन्हें भातीय भोजन काफी पसंद आया। उन्होंने इसकी सराहना की।
गोरखपुर, जेएनएन। रायल भूटान की राजकुमारी डेचन वाग्मो वागचुक शुक्रवार की शाम भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर पहुंची। यहा पहुंचने पर प्रशासन की ओर से कसया के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक पाडेय ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राजकुमारी ने भी हाथ मिलाकर उनको थैंक्स बोला। उनके साथ सात सदस्यीय शिष्ट मंडल आया है। शाम 5.30 बजे राजकुमारी का काफिला सुरक्षा बंदोबस्त के बीच होटल मे पहुंचा। वह श्रावस्ती से दोपहर लगभग 11.30 बजे चलकर कुशीनगर पहुंची थीं। होटल पहुंचने पर लिफ्ट के माध्यम से बिना किसी से बातचीत किए सीधे वह अपनी सूट में चली गईं। राजकुमारी के साथ आए सिंग्युला, जमयाग दोर्जी, दोर्जी वागडी, नीमा शेरिंग, कर्मा गाले, उग्येन पेंजोर आदि के साथ शनिवार को प्रात: महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर में विशेष पूजा करेंगी। इसके अतिरिक्त अन्य मंदिरों व पुरातात्विक महत्व के स्थलों का भ्रमण करने के बाद पुन: यहीं रात्रि विश्राम करेंगी। रविवार को राजकुमारी वैशाली के लिए प्रस्थान कर जाएंगी। 14 जनवरी को वैशाली में विशेष पूजा करेंगी। 15 को राजगिरि पहुंचेंगी। 16 को वहा पूजा करने के बाद 17 जनवरी को बोधगया के लिए प्रस्थान करेंगी। बोधगया में 19 जनवरी तक रुकने के बाद शिष्ट मंडल 20 जनवरी को भूटान के लिए रवाना हो जाएगा।
राजकुमारी को भाया तंदुरी रोटी और लबाबदार पनीर
रायल भूटान की राजकुमारी ने शाम लगभग 6.30 बजे डिनर लिया। इसमें इनकी रुचि के अनुसार भोजन परोसा गया। व्यंजन में उन्हें तंदुरी रोटी और लबाबदार पनीर काफी भाया। इसके अतिरिक्त उन्होंने मिक्स वेज, दाल फ्राई, प्लेन राइस, पापड़, सूप और अंत में स्वीट्स का भी स्वाद चखा। होटल सूत्रों के अनुसार यह भारतीय व्यंजन था जिसे राजकुमारी को खूब पसंद आया और उन्होंने रुचि के साथ ग्रहण किया। लजीज भोजन के लिए राजकुमारी ने होटल प्रबंधन को धन्यवाद भी दिया।