अस्पतालों में आग बुझाने की बेहतर व्यवस्था नहीं
देवरिया के अग्निशमन विभाग की जांच में लापरवाही उजागर
देवरिया, जेएनएन। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अग्निशमन की व्यवस्था बेहतर नहीं है। इस बात की जानकारी शासन के निर्देश पर हुई जांच में अग्निशमन विभाग की टीम को मिली है। विभाग की टीम ने पूरे जनपद के अस्पतालों की जांच की है। इससे शासन के साथ ही जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को भी अवगत करा दिया गया है।
उप्र.शासन के उप सचिव जयवीर सिंह के निर्देश पर अग्निशमन विभाग की टीम ने जिले के समस्त अस्पतालों की जांच की। जांच में जिला अस्पताल में अग्निशमन की व्यवस्था ठीक मिली। यहां विभिन्न जगहों पर फायर एक्सटिग्यूशरों की जरूरत है। इसके अलावा वाहनों को उचित स्थान पर पार्किंग की बात कही गई है, ताकि आकस्मिक स्थिति में कोई दिक्कत न हो। यही हाल महिला जिला चिकित्सालय का भी है। यहां भी एक्सटिंग्यूशरों की व्यवस्था करने को कहा गया है। 100 शैय्या बेड मैटर्निटी विग महिला चिकित्सालय में पानी का प्रेशर कम पाया गया। वायरिग चेकिग व टेपिग की जरूरत टीम ने बताई है।
16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में इंतजाम नहीं
जिले के 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की जांच में मानक के अनुरूप अग्निशमन की व्यवस्था नहीं मिली। यहां एबीसी चार किलोग्राम व सीओटू चार किलोग्राम रखने की बात कही गई है। इसके अलावा 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी यही हाल है। यहां भी मानक के अनुरूप अग्निशमन की व्यवस्था नहीं है।
निजी अस्पतालों में भी मिली कमी
आस्था अस्पताल न्यू कालोनी, काशी अस्पताल ट्यूबवेल कालोनी, शांति अस्पताल निकट परमार्थी पोखरा में रास्ता अवरोध मुक्त रखने तथा विद्युत व्यवस्था कुशल मिस्त्री से कराने की बात कही गई। वेदांत मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल उमानगर में बेसमेंट में स्प्रिंकलर स्थापित करने की बात कही गई है। सावित्री नर्सिंग होम सलेमपुर रोड पर रिग फायर हाईडेंट व हौजरील की व्यवस्था करने को कहा गया है। अब्दुल हमीद मेडिकल केयर सेंटर ट्यूबवेल कालोनी में सीओटू 4.5 किग्रा फायर एक्स की जरूरत बताई गई है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन राकेश पटेल ने रिपोर्ट आने के बाद सीएमओ को भी पत्र व्यवहार किया है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी शंकर शरण राय ने कहा कि शासन के निर्देश पर हुई जांच की रिपोर्ट अधिकारियों को भेज दी गई है।