Corona Fighters : सतर्कता व बचाव के साथ लड़ रहे कोरोना से जंग, नहीं हुए संक्रमित
Corona Fighters कोरोना जैसी महामारी से जहां आम जन दूर भागने की कोशश कर रहा है यह जरूरी भी है। लेकिन डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ पूरी तैयारी के साथ इस वायरस से जंग लड़ रहे हैं। इसी में से एक हैं फिजिशियन डा. एके मल्ल।
गोरखपुर, जेएनएन : कोरोना जैसी महामारी से जहां आम जन दूर भागने की कोशश कर रहा है, यह जरूरी भी है। लेकिन डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ पूरी तैयारी के साथ इस वायरस से जंग लड़ रहे हैं। इसी में से एक हैं फिजिशियन डा. एके मल्ल। वह पूरी तैयारी के साथ पिछले डेढ़ माह से अनवरत कोरोना से जंग लड़ रहे हैं, लेकिन सतर्कता व बचाव के चलते आज तक संक्रमण से बचे रहे। वह रोज शाम को चार से रात आठ बजे तक पैनेशिया में भर्ती कोरोना संक्रमितों का इलाज करते हैं।
हमारी शिक्षा की असली परीक्षा
डा. मल्ल बताते हैं कि संक्रमण के इस दौर में हमारी शिक्षा की असली परीक्षा है। इस महामारी से लड़कर ही यह परीक्षा पास की जा सकती है। हमारे सामने संक्रमितों की जान बचाना सबसे बड़ी चुनौती है। सतर्कता व बचाव हम भी करते हैं, लेकिन अपनी जिम्मेदारियों से दूर नहीं जा सकते। इसी दिन के लिए हमारी पूरी शिक्षा-दीक्षा हुई है। सिटी हास्पिटल में इस समय ओपीडी बंद चल रही हैं, लेकिन 10 दिन पहले तक डा. मल्ल पैनेशिया में मरीजों का इलाज करने के बाद रात आठ बजे से ओपीडी में बैठते थे और तीन बजे तक मरीजों को देखते थे। बमुश्किल चार-पांच घंटे सो पाते थे। उनका कहना है कि इस समय ज्यादा जरूरी ज्यादातर लोगों को इलाज मुहैया कराना है। केवल कोविड मरीज ही नहीं, नान कोविड मरीजों के सामने भी बड़ी दिक्कत है। अपनी सीमा और सामर्थ्य के अनुसार मैं लोगों की सेवा कर रहा हूं। मुझे इस कार्य से सुकून मिलता है।
घर में प्रवेश के पूर्व गर्म पानी से नहाते हैं
डा. मल्ल अस्पताल में पूरी सुरक्षा के साथ मरीजों के पास जाते हैं। जब घर पहुंचते हैं तो गर्म पानी से नहाने और कपड़ों को गर्म पानी में भिगोने के बाद धुले हुए कपड़े पहनकर घर में प्रवेश करते हैं। परिवार व बच्चों से दूरी बनाए रहते हैं। प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए विटामिन सी युक्त फल, हरी सब्जियां, हल्दी-दूध, नींबू वाली चाय का सेवन करते हैं। पूरे दिन गर्म पानी पीते हैं।