बैंक का कोड बदला, सम्मान निधि से किसान हुए वंचित
अधिकतर ग्राम पंचायत का खातों में भी पैसा नहीं आने से मनरेगा मजदूरों सहित विभिन्न मदों का पैसा नहीं निकल रहा है। भारतीय स्टेट बैंक सहित अन्य बैंकों में जिनका खाता है उनका पेंशन आदि मिल चुका है।
सिद्धार्थनगर : लोटन बाजार व ठोठरी बाजार में स्थित बड़ौदा यूपी बैंक का आइएफसी कोड बदलने से किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से वंचित हो गए हैं। इन शाखाओं में 55 हजार खाताधारक हैं। इनमें 20 हजार से अधिक किसानों के खाते शामिल हैं। जिनके स्वजन बाहर मुंबई, गुजरात, दिल्ली, पंजाब आदि जगहों पर रहते हैं। खाता में पैसा नहीं आ पाने से परेशान हैं।
अधिकतर ग्राम पंचायत का खातों में भी पैसा नहीं आने से मनरेगा मजदूरों सहित विभिन्न मदों का पैसा नहीं निकल रहा है। भारतीय स्टेट बैंक सहित अन्य बैंकों में जिनका खाता है, उनका पेंशन आदि मिल चुका है। रामसुभग गुप्ता, रामकेवल, ऋषिराज सिंह, रामनाथ यादव, इन्द्रमणि पाठक, दिनेश कुमार, असर्फी, महेश प्रसाद आदि लोगों का कहना है कि पहली जनवरी को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का पैसा सरकार की ओर से खाते में भेजा गया। कोड बदलने से इस शाखा में पैसा अब तक नहीं आया है। जबकि अन्य बैंकों के खाताधारकों ने बैंक से पैसा निकाल तक लिया है। शाखा प्रबंधक सीपी सिंह का कहना है कि दिसंबर में सात से 13 तक बैंक का नाम और कोड बदलने की प्रक्रिया पूरी की गई। कोड बदल जाने से खाते में धन की आवाजाही रुक गई थी। नया कोड देने के पश्चात दोबारा लेन-देन शुरू हो जाएगा। प्रयास है कि जल्द समस्या दूर हो।
गयाराम यादव, ग्राम प्रधान धरमौली ने बताया कि एक माह से अधिक हो गया। लोग बैंक का चक्कर लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की राशि खाता में नहीं पहुंची, जिसकी वजह से खेतों में खाद नहीं पड़ पा रही है। कमलेश गुप्ता, किसान, करमा ने बताया कि जिनका खाता दूसरे बैंक में हैं। सम्मान निधि का पैसा मिल चुका है। वहीं पूर्वांचल ग्रामीण बैक से बड़ौदा यूपी बैक होने से अभी तक निधि का पैसा खाते में नहीं आ पाया है। आए दिन बैक पर जाकर पता करना पड़ रहा है कि पैसा आया या नहीं। डा. हरिराम सिंह, किसान, लोटन ने बताया कि जब से प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना शुरू हुई, जब भी सरकार ने भेजा, खाते में पैसा आता था। जबसे बैंक का नाम बदलकर बड़ौदा यूपी बैक हुआ, सम्मान निधि का पैसा खाते में नहीं आ पाया है। बैंक से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
राजेंद्र यादव, किसान, बरगदवा ने बताया कि बैंक में खाता होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सम्मान निधि का पैसा अब तक खाते में नहीं आया है। जिसकी वजह से खेतों में डालने के लिए खाद और दवा की खरीद नहीं कर पाया। जल्द समस्या का समाधान होना चाहिए।