Indo-Nepal border: भारत में कोरोना संक्रमण बढ़ता देख सतर्क हुआ नेपाल, होली आयोजनों पर रोक- बार्डर पर चिकित्सा टीम तैनात
नेपाल के रूपनदेही जिले के प्रशासनिक अधिकारी जनक थापा ने बताया कि स्वास्थ्य तथा जनसंख्या नियंत्रण मंत्रालय के निर्देश पर यह एडवाइजरी जारी की गई है। होली पर्व पर भीड़ नहीं लगाने सेनिटाइजर मास्क शारीरिक दूरी के मानक के पालन का निर्देश दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर पड़ोसी देश नेपाल सर्तक हो गया है। नेपाल सरकार के स्वास्थ विभाग व जनसंख्या नियंत्रण मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर सेमिनार, बैठक, जुलूस व सभाओं के आयोजन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। होली पर्व कोविड प्रोटोकाल और स्वास्थ्य मानकों का पालन करते हुए मनाने का दिशा-निर्देश दिया गया है।
भारत में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या देख जारी की एडवाइजरी
नेपाल के रूपनदेही जिले के प्रशासनिक अधिकारी जनक थापा ने बताया कि स्वास्थ्य तथा जनसंख्या नियंत्रण मंत्रालय के निर्देश पर यह एडवाइजरी जारी की गई है। होली पर्व पर भीड़ नहीं लगाने, सेनिटाइजर, मास्क, शारीरिक दूरी के मानक के पालन का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि भारत-नेपाल की खुली सीमा होने के कारण नेपाल में भी संक्रमण फैल सकता है। इसके लिए सीमा के मुख्य नाकों पर डॉक्टरों की टीम जांच हेतु लगाई गई है। बिना स्क्रीनिंग किसी को भी नेपाल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। भारत से लौटने वाले निवासियों को सात दिन तक होम क्वारंटाइन रहना होगा।
भारत में भी सावधानी
इधर, भारतीय सीमा में सावधानी शुरू हो गई है। सीमा पार आने जाने वालों की जांच की जा रही है। सीमावर्ती जिला महराजगंज के डीएम डा. उज्ज्वल कुमार ने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इसके लिए सावधानी जरूरी है। कोरोना से बचाव के लिए शासन की गाइड लाइन का सभी लोग पालन करें। मास्क लगाएं, सैनिटाइजर का प्रयोग करें। बीते कोरोना काल में शासन के निर्देश पर प्रशासन ने आमजन की राहत के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। प्रवासियों को राशन उपलब्ध कराया गया तो होम डिलेवरी के माध्यम से लोगों के घर तक जरूरत के सामान भी पहुंचाए गए। अधिक से अधिक लोग कोरोना की जांच कराएं और टीका लगवाएं, ताकि संक्रमण के फैलने से रोका जा सके।
पुलिस भी सतर्क
महराजगंज के पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर पिछले वर्ष जब संसाधनों की कमियां थीं, तब भी हमारे पुलिस के जवानों ने बेहतर कार्य किया। लोगों को महामारी में भी उनकी मंजिलों तक पहुंचाने में पुलिस का प्रत्येक जवान तन्मयता से लगा रहा। एक वर्ष बीतने के बाद आज भी उस वक्त को सोच लोग सिहर उठते हैं, हालांकि अब वैसी स्थिति नहीं है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। हमें सतर्क रहते हुए कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की जरूरत है। सावधानी ही कोरोना से बचाव का उपाय है। इसका पालन सभी लोग अवश्य करें।