बदहाल सड़क पर बेहाल मुसाफिर
सबसे खराब स्थिति तो सलेमपुर-भागलपुर मार्ग की है। इस सड़क की दशा यह है कि इस सड़क से माननीय हर रोज गुजरते हैं। एक साल से गड्ढायुक्त सड़क को तोड़ कर बड़े बड़े गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। इसके चलते इस सड़क पर चलना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है।
देवरिया: सलेमपुर तहसील क्षेत्र की सड़कों की बदहाली सुधरना संभव नहीं लग रहा है। लोगों के विरोध का भी असर शासन प्रशासन पर नहीं दिख रहा है। क्षेत्र की दर्जना सड़कों की दशा काफी बदतर है। इसको लेकर एक तो लोगों के वाहन खराब हो रहे हैं दूसरे दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।
सबसे खराब स्थिति तो सलेमपुर-भागलपुर मार्ग की है। इस सड़क की दशा यह है कि इस सड़क से माननीय हर रोज गुजरते हैं। एक साल से गड्ढायुक्त सड़क को तोड़ कर बड़े बड़े गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। इसके चलते इस सड़क पर चलना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है। बरसात में यह सड़क हमेशा कीचड़ से भरा रहता है तो गर्मी व जाड़े में धूल से यात्री परेशान रहते हैं।
करूअना -मगहरा मार्ग बदतर:
करूअना -मगहरा मार्ग और सलेमपुर से मगहरा मार्ग की है। मगहरा से आगे बढ़ते ही खखड़ी गांव में सड़क पर बना गढ्ढा जानलेवा है। उस गढ्ढे में आये दिन कोई न कोई गिरकर चोटिल हो जा रहे है। सलेमपुर- मगहरा मार्ग पर मगहरा से आगे बढ़ते ही परसिया गाव के सामने सड़क की गिट्टियां उखड़ कर किनारे जा लगी है। उस सड़क की सबसे दयनीय स्थिति बालेपुर से जमुआ मोड़ तक की है। सारी गिट्टियां उखड़ कर सड़क पर बिखरी हुई और जगह जगह गढ्ढे बने हुए है।
राहगीरों की सुनिए:
मगहरा से सलेमपुर पढ़ने जाने वाले छात्र मोहित, स्नेहा अंकिता ने कहा कि सड़क जर्जर होने से छात्रों को परेशानी हो रही है। सरकार का ध्यान इस समस्या पर होना चाहिए। दोहनी निवासी लोरीक यादव, दीनानाथ, केशव आदि ने कहा कि इस तरह से जर्जर सड़को की मरम्मत करने के लिए न तो प्रशासन सुधि ले रहा है न ही क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि ही। इससे और समस्या बढ़ती जा रही है।
शिक्षक गोविद सिंह, शम्भूनाथ मिश्र राजेश यादव आदि ने बताया कि विद्यालय आने जाने में सबसे अधिक समस्या होती है अत: इस सड़क की मरम्मत तत्काल करानी चाहिए। सलेमपुर-भागलपुर मार्ग पर लक्ष्मण चौराहा से विधायक के गांव देवकली व जिरासो जाने वाली सड़क का तो कई जगह अस्तित्व ही खत्म हो गया है।