अस्पताल पहुंचने पर पहले बनाया जाएगा आयुष्मान कार्ड, निजी अस्पतालों मे भी होगा इलाज
आयुष्मान कार्ड न होने के बावजूद अंत्योदय कार्ड धारकों का निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क इलाज हो सकेगा। उन्हें अंत्योदय कार्ड आधार व राशन कार्ड लेकर जाना होगा। हालांकि इलाज के पूर्व उनका आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। आयुष्मान कार्ड न होने के बावजूद अंत्योदय कार्ड धारकों का निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का निश्शुल्क इलाज हो सकेगा। उन्हें अंत्योदय कार्ड, आधार व राशन कार्ड लेकर जाना होगा। हालांकि इलाज के पूर्व उनका आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इसमें आधा से एक घंटे का समय लग सकता है। इसलिए तत्काल इलाज पाने के लिए अंत्योदय कार्ड धारकों को पहले से ही स्वास्थ्य केंद्रों या सहज जन सेवा केंद्रों पर जाकर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लेना चाहिए।
पहलकर बनवा आयुष्मान कार्ड बनवा लें अंत्योदय कार्ड धारक
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने जिले के सभी अंत्योदय कार्ड धारक परिवारों से अपील की है कि वे खुद आगे आकर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें और योजना का लाभ उठाएं। इन परिवारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से जोड़ा गया है। इस योजना के लाभार्थी किसी भी संबद्ध निजी और सरकारी अस्पताल, सहज जनसेवा केंद्र और कामन सर्विस सेंटरों से आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।
आयुष्मान बनवाने में मदद करेंगे आयुष्मान मित्र
यदि उनका आयुष्मान कार्ड नहीं भी बना है तो भी इलाज होगा, लेकिन इलाज के पूर्व अस्पतालों में पहले उनका आयुष्मान कार्ड बनवाया जाएगा। सभी अस्पतालों में एक आयुष्मान मित्र होते हैं। वे तत्काल अंत्योदय कार्ड, आधार व राशन कार्ड पोर्टल पर अपलोड कर देंगे, आधा से एक घंटे के अंदर मुख्यालय से अनुमति मिल जाती है। इसके बाद इलाज शुरू होता है। अस्पताल पहुंचने पर तत्काल इलाज की सुविधा लेने के लिए पहले से आयुष्मान कार्ड बनवाकर रखना जरूरी है। क्योंकि गंभीर रूप से बीमार लोगों के पास समय नहीं होता। ऐसे में एक घंटे का विलंब भी भारी पड़ सकता है।
23 हजार ने किया आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. एके सिंह ने बताया कि जिले में 126392 अंत्योदय कार्ड धारक हैं। 23 हजार लोगों ने आयुष्मान कार्ड के लिए आवदेन कर दिया है। इनमें से 12 हजार का सत्यापन हो चुका है। इनमें से 5459 लोगों को कार्ड बनाकर दे दिया गया है। शेष की प्रक्रिया चल रही है। इन लोगों का शीघ्र आयुष्मान कार्ड बन सके, इसके लिए शासन ने 'आयुष्मान आपके द्वार' अभियान की शुरुआत की है।