ऐसे रुकेंगी दुघटनाएं, स्वयंसेवकों को दी गई यातायात के नियमों की जानकारी Gorakhpur News
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) बीके सिंह ने स्वयं सेवकों को वाहन चलाते समय हेलमेट और सीटबेल्ट का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। यातायात नियमों और दुर्घटनाओं की भयावहता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए लोगों से जागरूक रहने की अपील की।
गोरखपुर, जेएनएन। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय और महात्मा गांधी इंटर कालेज में जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान परिवहन अधिकारियों और विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों को यातायात के नियमों की जानकारी दी। साथ ही नियमों का पालन करने तथा दूसरों को भी प्रेरित करने की शपथ दिलाई। लोगों को बताया गया कि हम यदि यातायात नियमों का सही से पालन करना सीख जाएं तो दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगा सकते हैं।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) बीके सिंह ने स्वयं सेवकों को वाहन चलाते समय हेलमेट और सीटबेल्ट का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। यातायात नियमों और दुर्घटनाओं की भयावहता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि मार्ग दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए जन जागरूकता जरूरी है। इस मौके पर डा. शैलेंद्र सिंह, ओपी सिंह, रुक्मिणी चौधरी, डा. संजय कुमार त्रिपाठी, एसपी श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।
अभियान चलाकर 12 वाहनों का किया चालान
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत परिवहन अधिकारियों की टीम ने महानगर के विभिन्न मार्गों पर अभियान चलाकर 52 वाहनों को चेक किया। इस दौरान अनियमितता पाए जाने पर 12 वाहनों का चालान किया। साथ ही चालकों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित भी किया।
उपेंद्र भारती, साहब लाल व रामसेवक बने शाखा अध्यक्ष
परिवहन निगम के क्षेत्रीय कार्यालय परिसर में श्रमिक समाज कल्याण संघ परिवहन निगम के तीनों शाखाओं का वार्षिक चुनाव संपन्न हुआ। इस दौरान उपेंद्र भारती, साहब लाल गौड़ और राम सेवक को निर्विरोध शाखा अध्यक्ष चुना गया। दयाशंकर सिंह, कमलेश कुमार एवं छेदीलाल विश्वकर्मा को शाखा मंत्री तथा राम दुलारे, मोतीलाल व राम सुमेर प्रसाद को क्षेत्रीय सदस्य चुना गया। इस मौके पर मोतीलाल, सुमेर प्रसाद, कमलेश, शैलेंद्र कुमार, दीनानाथ, सतीश चंद्र, वीरेंद्र कुमार प्रजापति, वीरेंद्र सिंह, रणजीत सिंह, मनोज कुमार, सुनीता कुमारी आदि मौजूद थे।