नवदंपती के पास पहुंची आशा और एएनएम, अनचाहा गर्भ के बारे में दी जानकारी Gorakhpur News
नव दंपतियों से इस बात पर चर्चा की गई कि अनचाहा गर्भ आपके सपनों और मौजूद संसाधनों को सीमित करता है। उन्हें आवश्यकतानुसार गर्भ निरोधक साधन भी उपलब्ध कराए गए।
गोरखपुर, जेएनएन। जनसंख्या स्थिरता पखवारे के केंद्र में इस बार नव दंपती हैं। यह पखवारा शनिवार को शुरू हो गया। इसमें आशा और एएनएम ने लोगों के घर-घर जाकर 'पहले एक-दूसरे को जानेंगे और आगे की राह आसान बनाएंगे सूत्र वाक्य को जीवन में उतारने की सलाह दीं।
नव दंपतियों से इस बात पर चर्चा की गई कि अनचाहा गर्भ आपके सपनों और मौजूद संसाधनों को सीमित करता है। अभियान के दौरान उन्हें आवश्यकतानुसार गर्भ निरोधक साधन भी उपलब्ध कराए गए। इसके साथ ही परिवार नियोजन की अंतराल विधियों का संचालन जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। कोविड-19 वाले क्षेत्रों में फ्रंट लाइन स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से बचाव का पूर्ण पालन करते हुए अंतराल विधियों का वितरण भी किया गया। एसीएमओ डॉ. नंद कुमार ने बताया कि सभी नॉन कोविड स्वास्थ्य इकाइयों पर परिवार नियोजन संबंधी परामर्श व अस्थायी गर्भ निरोधक साधनों को उपलब्ध करा दिया गया है।
विभाग की सलाह पर 1401 महिलाओं ने गर्भनिरोधक साधनों को अपनाया
कोविड 19 महामारी के बीच स्वास्थ्य महकमा किशोरियों व गर्भवतियों के स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह सतर्क है। लॉकडाउन में जांच व टीकाकरण बंद था। लेकिन दो जून से खुलने के बाद अब तक 13 हजार से अधिक किशोरियों व 22 हजार से अधिक महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच, टीकाकरण कर उन्हें आयरन व कैल्शियम की गोलियां निश्शुल्क प्रदान की गईं। जनवरी से जून तक प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना के अंतर्गत 57748 प्रसूताओं को पौष्टिक आहार के लिए पांच-पांच हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई। अप्रैल से जून तक 6969 गर्भवतियों के सुरक्षित प्रसव हुए और स्वास्थ्य विभाग की सलाह पर 1401 महिलाओं ने गर्भनिरोधक साधनों को अपनाया।
जनवरी से जून तक 57748 प्रसूताओं को मिले पांच-पांच हजार रुपये
किशोरियों व महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग अनेक योजनाएं चला रहा है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत हर माह किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें आयरन व कैल्शियम की गोलियां बांटी जाती हैं। प्रत्येक बुधवार व शनिवार को बीमारियों से बचने के लिए टीकाकरण किया जाता है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर हर माह गर्भवतियों की स्वास्थ्य जांच की जाती है और उन्हें आयरन व कैल्शियम की गोलियां दी जाती हैं। जटिल प्रसव संबंधित महिलाओं को उच्चीकृत अस्पताल में जाने की सलाह दी जाती है। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना के अंतर्गत प्रसूताओं को पांच हजार रुपये पौष्टिक आहार के लिए प्रदान किए जाते हैं। इन योजनाओं के अलावा भी आंगनबाड़ी केंद्रों पर महिलाओं व किशोरियों को पुष्टाहार का वितरण किया जाता है। सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 की शुरुआत ही कोरोना के चलते लॉकडाउन से हुई, फिर भी किशोरियों व महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति विभाग पूरी तरह सतर्क रहा। लॉकडाउन में भी एंबुलेंस 24 घंटे तैयार रहती थी। उसके बाद टीकाकरण व स्वास्थ्य जांच शुरू कर दी गई है।