नाबालिग भांजी को घुमाने के बहाने बाहर ले गया, वहां अधेड़ के हाथों बेंच दिया Gorakhpur News
नाबालिग भांजी को हरियाणा में अधेड़ के हाथों बेचने वाले चचेरे मामा और उसके दो साथियों को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तीनों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
गोरखपुर, जेएनएन। नाबालिग भांजी को हरियाणा में अधेड़ के हाथों बेचने वाले चचेरे मामा और उसके दो साथियों को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम हरियाणा भेजी जाएगी।
कुशीनगर जिले की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी की गुलरिहा तेतरिया गांव में ननिहाल है। पिता गोरखपुर में रिक्शा चलाकर परिवार की जीविका चलाते हैं। 22 मई 2018 को किशोरी ननिहाल आई थी। आरोप है कि चचेरा मामा राजाराम घुमाने के बहाने उसे हरियाणा ले गया। एक सप्ताह बाद उसे हिसार के सूदपारा निवासी 55 वर्षीय अधेड़ राजेंद्र पुनिया के हाथों 1.50 लाख रुपये में बेच दिया।
अधेड़ ने छह माह तक किया शारीरिक शोषण
राजेंद्र ने छह माह तक किशोरी का शारीरिक शोषण किया। गर्भ ठहरने पर हिसार स्टेशन पर छोड़कर चला गया। घर पहुंचने पर किशोरी ने परिवार के लोगों को घटना की जानकारी दी। मां-बाप उलाहना देने राजाराम के घर गए तो उसने भगा दिया। 24 अप्रैल को किशोरी ने बेटे को जन्म दिया है। 15 जून को पिता और मां के साथ किशोरी गोरखनाथ मंदिर पहुंची।
मुख्यमंत्री कैंप में सुनाई आपबीती
मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय प्रभारी को आपबीती सुनाई। एसएसपी के निर्देश पर आरोपितों के खिलाफ दुष्कर्म, मानव तस्करी, पाक्सो एक्ट और धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ। प्रभारी निरीक्षक कैंट रवि राय ने बताया कि किशोरी के मामा राजाराम उसके सहयोगी गुलरिहा के जंगल डुमरी नंबर एक चिरकुट टोला निवासी श्रवण बेलदार और महराजगंज, घुघली के मेदनीपुर निवासी सुरेंद्र प्रसाद को सोमवार सुबह गिरफ्तार किया गया। दोपहर बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेजे गए।
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