आम आदमी की पहुंच से दूर सब्जी और दाल
सब्जी के साथ दाल भी रसोई से गायब। फुटकर में 125 रुपये किलो बिक रही अरहर दाल
जागरण संवाददाता, दुबौला, बस्ती : मजदूर वर्ग के साथ मध्यम वर्गीय घरों की भी रसोई फीकी हो गई है। सब्जियों के साथ अब दाल भी गायब होने लगी है। इनकी कीमत आसमान छू रही है। आम आदमी की पहुंच से सब्जी और दाल दोनों दूर हो गई है। रोज कमाकर खाने वालों के समक्ष भोजन के लाले हैं। बढ़ती महंगाई ने कमर तोड़ दी है।
सब्जियों का बाजार चढ़ गया है। फुटकर में आलू 35 से 40 रुपये प्रति किलो, टमाटर 60 रुपये, प्याज 50 रुपये, हरा मिर्च 200 रुपये, गोभी 120 रुपये, नेनुआ, तरोई 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। सब्जियों की कीमत बढ़ी तो लोगों की थाली में अरहर और मटर की दाल ने जगह बना लिया। लेकिन महंगाई ने यह भी छीन लिया है। सप्ताहभर पूर्व अरहर दाल खुदरा बाजार में 90 व मटर दाल 55 रुपये किलो बिक रहा था। लेकिन अब दोनों की कीमतों में भारी उछाल आ गया है। अरहर दाल 125 और मटर दाल 75 रुपये किलो बिक रहा है।
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गृहिणी बोली :
साड़ी कल्प निवासी देवंता यादव ने कहा कि महंगाई बढ़ने से गरीबों के साथ सामान्य वर्ग के लोग भी परेशान हैं। सब्जी के बाद अब दाल भी सौ रुपये के पार पहुंच गई है। हरदी निवासी निक्की तिवारी ने कहा कि लॉकडाउन में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब महंगाई ने किचेन का बजट बिगाड़ दिया है। रंजना चौधरी के कहा कि सरकार को तत्काल खानपान के सामान के मूल्य पर नियंत्रण करना चाहिए। पहले सब्जी और बाद अब दाल की बढ़ी कीमत चिताजनक है। --
व्यापारियों का भी बिगड़ा बजट
कीमत बढ़ने से सब्जी के फुटकर दुकानदार भी परेशान हैं। मस्तराम मौर्य ने बताया कि अब पूंजी अधिक लग रही है, बिक्री कम होने से मुनाफा भी नही मिल पा रहा है। दोनों तरफ से नुकसान हो रहा है। रामनिहोर ने कहा कि पहले आलू सस्ता था तो उसके साथ अन्य हरी सब्जियां कम ही सही लेकिन बिक जाती थी। हरी सब्जियों के बाद आलू की कीमत बढ़ने से व्यापार प्रभावित हुआ है।
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बुधवार को फुटकर बाजार में मूल्य
गोभी- 120
सरपुतिया- 80
परवल- 80
टमाटर- 60
प्याज- 50
भिडी- 60
करेला- 60
पालक- 40
मूली- 40
मिर्चा- 200 (मूल्य प्रति किलो में)