शिक्षकों की तैनाती में मनमानी, बिना सूची प्रकाशन के ही शिक्षकों को आवंटित कर दिए गए स्कूल Gorakhpur News
69 हजार शिक्षक भर्ती में शेष बचे पदों पर हुए पदस्थापन में कुशीनगर जिले में नियमों का पालन नहीं हुआ। चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए न तो स्कूलों की सूची प्रकाशित की गई और न इन्हें एकल व दो शिक्षक वाले स्कूलों के बारे में जानकारी दी गई।
प्रद्युम्न कुमार शुक्ल, गोरखपुर : 69 हजार शिक्षक भर्ती में शेष बचे पदों पर हुए पदस्थापन में कुशीनगर जिले में नियमों का पालन नहीं हुआ। चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए न तो स्कूलों की सूची प्रकाशित की गई और न इन्हें एकल व दो शिक्षक वाले स्कूलों के बारे में कोई जानकारी दी गई। मनमानी का आलम यह रहा कि पंसद की बजाय नए शिक्षकों को जबरन स्कूल थोप दिए गए, जबकि चहेतों को उनकी पंसद के स्कूल आवंटित कर दिए गए।
बिना सूची प्रकाशित कराए आवंटित कर दिए गए स्कूल
शिक्षक भर्ती में शेष बचे हुए पद 36 हजार 500 के पदस्थापन में जिले को 1806 शिक्षक मिले हैं। नियम के मुताबिक बंद, एकल व दो शिक्षक वाले स्कूलों में इन शिक्षकों की तैनाती होनी थी, ताकि शैक्षणिक कार्य प्रभावित न होने पाए। विद्यालय आवंटन के लिए आयोजित काउंसिलिंग के पहले दिन 1250 शिक्षकों, दिव्यांग, महिला व कुछ पुरुष को स्कूल आवंटित किया गया पर दूसरे दिन बिना स्कूलों की सूची प्रकाशित किए ही 556 शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर दिया गया। जबकि महानिदेशक स्कूली शिक्षा का स्पष्ट निर्देश है कि स्कूल आंवटन से पूर्व आयोजित काउंसिलिंग के समय परिसर व संबंधित कक्ष में स्कूलों की सूची अनिवार्य रूप से चस्पा की जाए।
आपत्ति जताने पर करा दिया गया शांत
हैरान करने वाली बात यह है कि सूची प्रकाशित न करने पर कुछ शिक्षकों ने जब आपत्ति जताई तो उन्हें यह कहकर शांत करा दिया गया कि महानिदेशक स्कूली शिक्षा का निर्देश है कि सूची प्रकाशित नहीं की जाएगी। जबकि ऐसा कोई निर्देश नहीं था। विभाग के प्रमुख अफसर के नाम पर हुए खेल की अगर जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी, क्योंकि जिम्मेदारों ने इन शिक्षकों को अपने हिसाब से स्कूल आवंटित कर दिया।
कहां भेजे गए शिक्षक
कप्तानगंज विकास खंड के प्रावि धोधरा में पहले से ही सात शिक्षक तैनात हैं, इस स्कूल में भी नए शिक्षक की तैनाती हुई है। वहीं विशुनपुरा विकास खंड के चौरी टोला, कसया विकास खंड के नौगांवा डूमरी में तीन शिक्षकों की तैनाती के बाद भी नई तैनाती हुई है।
नियमों का हुआ है पालन
बीएसए विमलेश कुमार ने बताया कि शिक्षकों की तैनाती में नियमों का पालन किया गया है। 556 शिक्षकों की काउंसिलिंग के समय सूची क्यों नहीं चस्पा की गई, इस पर वह कुछ नहीं बोले।