मनमानी : मनरेगा में काम कर रहे नेपाली मूल के मजदूर, जाब कार्डधारक निराश
वर्तमान सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यो पर जोर दे रही है लेकिन सिद्धार्थनगर जिले के अधिकारी और जनप्रतिनिधि मनमाने तरीके से कार्य करवा रहे हैं। भनवापुर ब्लाक के दो ग्राम पंचायत में पंचायत भवन व बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य प्रधान व सचिव करवा रहे हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। वर्तमान सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यो पर जोर दे रही है, लेकिन सिद्धार्थनगर जिले के अधिकारी और जनप्रतिनिधि मनमाने तरीके से कार्य करवा रहे हैं। भनवापुर ब्लाक के दो ग्राम पंचायत में पंचायत भवन व बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य प्रधान व सचिव करवा रहे हैं, लेकिन मनरेगा मजदूरों को यहां काम न देकर नेपाली मूल के मजदूरों को काम पर लगाया गया है, जिसके चलते जाब कार्ड धारकों में रोष व्याप्त है। यहां यह भी यक्ष प्रश्न है कि नेपाली मजदूरों को मनरेगा के मद से भुगतान कैसे किया जाएगा, क्योंकि इनके पास तो जाब कार्ड है ही नहीं।
विदेशी मजदूरों के काम पर लगाने से गांव के श्रमिका निराश
ग्राम पंचायत मन्नीजोत और मगरांव में पंचायत भवन और बाउंड्री वाल का निर्माण हो रहा है। जिसमें यह नेपाली मजदूर काम कर रहे हैं। अब सवाल यह है कि आखिर इन ग्राम पंचायतों के प्रधान इन विदेशी मजदूरों से काम किस अधिकार पर करवा रहे हैं। प्रधान और सचिव की मनमानी पर ब्लाक के जिम्मेदार मौन साधे बैठे हैं। गांव के मनरेगा मजदूर विजय पाल, शिवपाल, अष्टभुजा, लवकुश यादव, राकेश वर्मा, आनंद कृष्ण, लक्ष्मी निवास, राजेश कुमार, भगवती प्रसाद, देवी, पवन कुमार आदि ने कहा कि सरकार ने मनरेगा योजना इस लिए प्रारंभ की थी कि श्रमिकों को गांव में ही रोजगार दिया जाएगा। लेकिन जब प्रधान ऐसी मनमानी कर रहे हैं कि नेपाली मजदूरों से काम करवाया जा रहा है तो जाब कार्डधारकों को रोजगार कैसे मिलेगा।
मामले की कराई जाएगी जांच
विदेशी मजदूरों के काम करने के बाबत सवाल किए जाने पर भगवानपुर ब्लाक का कार्यभार देख रहे डुमरिया गंज के खंड विकास अधिकारी धनंजय सिंह खंड विकास अधिकारी कहा कि गांव में मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्य में यदि नेपाल के नागरिक कार्य कर रहे हैं, यह गंभीर विषय है। इसकी जांच कराई जाएगी। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
दिखावा बन कर रह गया प्रसव केंद्र
विकास खंड खुनियांव के अंतर्गत न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बल्लीजोत में संचालित प्रसव केंद्र सिर्फ दिखावा बन कर रह गया है।जनवरी 2021 में क्षेत्र के लोगों के लगातार मांग पर बेसिक शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. सतीश द्विवेदी ने न्यू पीएचसी में प्रसव केंद्र का उद्घाटन किया था। क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर उठी कि अब 10 किलोमीटर दूर खुनियांव जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। घर के आसपास ही सुविधाएं मिल जाएगी। पर यहां तैनात एएनएम के दिन में न मौजूद होने से प्रसव पीड़ा से तड़पती हुई कोई महिला आती है तो उसे घंटों इन्तजार करने के बाद ही इलाज मिल पाता है। अथवा स्वजन अन्य अस्पताल तक ले जाने को मजबूर होते हैं।
एएनएम की कोविड टीकाकरण में लगी है ड्यूटी
एएनएम ने कहा कि दिन में क्षेत्र में कोविड की ड्यूटी लग जाने से सेंटर पर नहीं रहती हूं। यदि दिन में कोई केस आता है तो फोन मिलने पर पहुंचती हूं। रात में तो अस्पताल परिसर में ही रहती हूं। प्रभारी चिकित्साधिकारी खुनियांव डा. पीएन यादव ने कहा कि एएनएम कम होने से कोविड में ड्यूटी लगा दी जाती है। लेकिन यदि कोई केस आ जाए तो उन्हें सेंटर पर पंहुचने के लिए निर्देशित भी किया गया है। जल्द ही और एएनएम मिलने की उम्मीद है। इसके पश्चात एएनएम से कोई अतिरिक्त काम नहीं लिया जाएगा।