Move to Jagran APP

दो हजार रुपये और दो, नहीं तो रास्ते में ही उतार दूंगा मरीज.. Gorakhpur News

गोरखपुर में कोरोना संक्रमित एक मरीज के स्वजन को एंबुलेंस संचालक ने धमकी दी कि दो हजार रुपये उसे अतिरिक्त दें नहीं तो वह रास्ते में ही उनका मरीज उतार देगा। मरीज के स्वजन के दो हजार रुपये देने पर वह उसे लेकर मेडिकल कालेज गया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 11:06 AM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 10:15 PM (IST)
दो हजार रुपये और दो, नहीं तो रास्ते में ही उतार दूंगा मरीज.. Gorakhpur News
गोरखपुर में एंबुलेंस चालक ने धमकी देकर मरीज के परिजनों से दो हजार रुपये वसूल लिए। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। प्रशासन व पुलिस की सख्ती बरतने के बावजूद एंबुलेंस संचालकों की मनमानी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। गुरुवार शाम कोरोना संक्रमित एक मरीज के स्वजन को एंबुलेंस संचालक ने धमकी दी कि दो हजार रुपये उसे अतिरिक्त दें, नहीं तो वह रास्ते में ही उनका मरीज उतार देगा। मरीज के स्वजन के दो हजार रुपये देने पर वह उसे लेकर मेडिकल कालेज गया।

loksabha election banner

तीन हजार रुपये में भाड़ा तय करने के बाद रास्ते में दो हजार रुपये की अतिरिक्त वसूली

देवरिया जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया निवासी रविंद्र कुशवाहा की तबीयत खराब होने पर उन्हें दाउदपुर के रचित नर्सिंग होम में भर्ती किया गया। जांच के दौरान पता चला कि वह कोरोना संक्रमित हैं। चिकित्सकों ने उन्हें मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज लाने के लिए एक निजी एंबुलेंस चालक ने मरीज के स्वजन से तीन हजार रुपये की मांग की। रास्ते में चालक स्वजन से दो हजार रुपये और मांगने लगा। साथ ही धमकी दी कि रुपये नहीं दोगे तो मरीज को रास्ते में ही उतार दूंगा। मजबूरी में उन्होंने दो हजार रुपये और दिये।

मेडिकल कालेज पहुंचने पर मरीज के साले संजय कुशवाहा निवासी गौरीबाजार जिला देवरिया ने इसकी जानकारी मेडिकल चौकी इंचार्ज को दी। उनकी तहरीर पर वह चालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने एंबुलेंस को कब्जे में लेकर चालक को हिरासत में ले लिया है।

1500 रुपये है शहर के भीतर का किराया

एंबुलेंस संचालकों की मनमानी को लेकर जागरण ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। उसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासन, पुलिस, संभागीय परिवहन विभाग की टीम ने एंबुलेंस संचालकों के साथ मीटिंग कर दर निर्धारित किया था। इसके अनुसार शहर में यदि किसी को एंबुलेंस की जरूरत पड़ती है तो उसे अधिकतम 1500 रुपये किराया देना होगा, लेकिन यहां चालक ने 1500 की बजाय पांच हजार रुपये की वसूली की है।

यह अत्यंत गंभीर अपराध है। चालक के विरुद्ध मुकदमा लिखने की तैयारी की जा रही है। - विनोद अग्निहोत्री, प्रभारी निरीक्षक गुलरिहा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.