चिट्ठी के साथ कोरोना संक्रमितों को कोविड की दवा भी पहुंचाएगा डाकिया
सरकार ने होम आइलसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों तक दवा पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन को सौंपी है। कर्मचारियों की कमी की वजह से इस कार्य में दिक्कत आ रही है। जिला प्रशासन इसमें डाक विभाग की मदद लेने की तैयारी कर रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। बहुत जल्द डाकियों के माध्यम से कोरोना संक्रमितों तक दवा पहुंचाई जाएगी। अधिक से अधिक संक्रमितों तक दवा पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने डाक विभाग के नेटवर्क के इस्तेमाल का निर्णय लिया है। इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की टीम डाक विभाग के अफसरों के साथ जल्द बैठक करेगी और दवा पहुंचाने के लिए उनके साथ करार करेगी। सरकार ने होम आइलसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों तक दवा पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन को सौंपी है। कर्मचारियों की कमी की वजह से इस कार्य में दिक्कत आ रही है। ज्यादातर मरीजों तक तो दवा नहीं पहुंच पा रही।
दिक्कत को दूर करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में यह तय हुआ कि डाक विभाग के कर्मचारियों का नेटवर्क गांव-गांव तक है। हर जगह उनके डाकिए तैनात हैं। ऐसे में यदि उनके नेटवर्क का इस्तेमाल किया जाए तो यह कार्य आसान हो जाएगा। निर्णय के बाद प्रशासन के एक अधिकारी का फोन गोरखपुर डाक परिक्षेत्र के पीएमजी के पास आया। पीएमजी ने तत्काल प्रवर अधीक्षक डाक को निर्देश दिया कि वह जिलाधिकारी से संपर्क करें और वस्तुस्थिति से अवगत हों। प्रवर अधीक्षक ने जिलाधिकारी से संपर्क साधा है। जल्द इसे लेकर करार होने की संभावना है।
डाक विभाग के कर्मचारियों का नेटवर्क काफी बड़ा है। उनके डाकिए गांव-गांव में तैनात हैं। ऐसे में उन डाकियों के इस्तेमाल से होम आइसालेशन में रह रहे रोगियों को दवा पहुंचाना आसान हो जाएगा। जल्द में डाक विभाग के साथ इसे लेकर समझौता किया जाएगा। - के. विजयेंद्र पांडियन, जिलाधिकारी, गोरखपुर।
कोविड के बढ़ते संक्रमण के दौर में जिला प्रशासन के किसी भी निर्णय में डाक विभाग भी उनके साथ है। प्रशासन की हर संभव मदद की जाएगी। दवा वितरण में यदि डाकियों के इस्तेमाल का प्रस्ताव प्रशासन रखता है तो उसे बातचीत की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तत्काल लागू किया जाएगा। - मनीष कुमार, प्रवर अधीक्षक डाक, गोरखपुर।