सब्जियों के बाद अब फल भी आए काबू में, सभी फलों के दाम हुए कम Gorakhpur News
फलों की कीमत लगातार कम हो रही है। इसके पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं। कई देशों में निर्यात पर बंदिश और काेरोना के बढ़ते मामलों के कारण भी फलों का निर्यात पहले की तरह नहीं हो पा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। अगर आप फल खाने शौकीन है तो ये खबर आपके लिए है। मंडी में फलों की भरपूर आवक के कारण दाम में कमी आई है। फुटकर बाजार में सबसे अच्छे किस्म का संतरा 40 से 45 रुपये किलो बिक रहा है, हालांकि कुछ विक्रेता ज्यादा मुनाफा के चक्कर में महंगा बेच रहे हैं। वहीं पपीता, सेब, केला, मौसमी, शरीफा, चीकू, तरबूज और अन्नास भी बीते वर्ष के मुकाबले सस्ता मिल रहा है। अगले सप्ताह से कीनू की भी आवक शुरू हो जाएगी।
40 रुपये किलो मिल रहा अच्छे किस्म का संतरा
फलों की कीमत लगातार कम हो रही है। इसके पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं। कई देशों में निर्यात पर बंदिश और काेरोना के बढ़ते मामलों के कारण भी फलों का निर्यात पहले की तरह नहीं हो पा रहा है। कुछ राज्यों में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है उस कारण भी फलों की डिमांड कम है। इस वजह से महेवा मंडी में नागपुर से संतरा, अनार, मौसमी की खूब आपूर्ति हो रही है। जबकि पपीता भी महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से आ रहा है। बेतियाहाता, शास्त्री चौक, आंबेडकर चौराहा, गोरखनाथ, राजेंद्र नगर, असुरन, सूरजकुंड आदि इलाकों में हर तरह के फल बिकते नजर आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश से आ रहे हाईब्रिड अमरूद का जायका लोगों को खूब पसंद आ रहा है। 80 से 120 रुपये किलो तक बिकने वाला यह अमरुद देखने में भी आकर्षक लग रहा है। साइज में भी काफी बड़ा है।
सेब का मूल्य भी कम हुआ
बर्फबारी शुरू होने की वजह से कश्मीरी सेब की आवक में थोड़ी कमी आई है, लेकिन अब भी 70 से 100 रुपये किलो के बीच बिक रहा है। फल कारोबारी मो. शहजाद के मुताबिक 40 रुपये संतरा, 25 से 30 रुपये केला और 30 रुपये पपीता बिक रहा है। पिछले सीजन में सभी फल महंगे थे। थोक कारोबारी विजय कुमार ने बताया कि संतरे की बंपर उत्पादन होने के कारण बाजार में इतना सस्ता बिक रहा है। कीनू के आ जाने से कीमत और भी कम हो सकती है।