जाम से निजात दिलाने को प्रशासन का बड़ा कदम, अब शहर से बाहर खड़े होंगे बालू लदे सभी वाहन Gorakhpur News
गोरखपुर जिला प्रशासन ने शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब बालू की मंडी शहर से बाहर लगेगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। जंगल धूसड़ में 10 एकड़ जमीन पर मोरंग बालू मंडी बनाने का रास्ता साफ हो गया है। एक जुलाई से मोरंग की सभी गाडिय़ां इसी मंडी में खड़ी होंगी। मंडी में मोरंग की कीमतें निर्धारित होने के बाद व्यापारी मनमानी कीमत नहीं वसूल सकेंगे। शहरवासियों को जाम से निजात के लिए मंडी की व्यवस्था बनाई गई है। मंडी से व्यापारी थोक व फुटकर में मोरंग की खरीद कर सकेंगे। कीमतों पर नियंत्रण के लिए खनन विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। पिपराइच मार्ग पर पादरी बाजार से दो किलोमीटर आगे जंगल धूसड़ में बाईं ओर स्थित जमीन पर मंडी का निर्माण किया जाएगा। एक जुलाई से पहले ही सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी।
गीडा में खुलेगा स्वचालित वाहन जांच केंद्र
गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) में स्वचालित वाहन जांच केंद्र खुलेगा। जांच में यदि वाहन में कोई कमी मिलती है तो कंप्यूटर उस कमी को इंगित कर देगा। जिलाधिकारी के.विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि परिवहन आयुक्त ने स्वचालित वाहन जांच केंद्र के लिए दो एकड़ जमीन की मांग की थी जिसे उपलब्ध करा दी गई है।
गीडा में शीर्ष शिफ्ट होगा संभागीय परिवहन कार्यालय कार्यालय
गीडा के ट्रांसपोर्टनगर में जल्द ही आरटीओ (संभागीय परिवहन कार्यालय) शिफ्ट हो जाएगा। ऐसे में वाहनों की जांच में ट्रांसपोर्टरों को परेशानियों का सामना न करना पड़े इसलिए ट्रांसपोर्टनगर के पीछे बोक्टा में ग्राम समाज की दो एकड़ जमीन जांच केंद्र बनाने का फैसला लिया गया है।
मोरंग बालू मंडी के लिए जंगल धूसड़ में जमीन उपलब्ध करा दी गई है। मंडी में एक जुलाई से मोरंग के रेट निर्धारित कर दिए जाएंगे। व्यापारी निर्धारित दर से अधिक कीमत पर मोरंग की बिक्री नहीं कर सकेंगे। मंडी बनने से शहरवासियों को जाम से निजात मिल सकेगी। - के. विजयेंद्र पांडियन, जिलाधिकारी