अधिकारियों पर गिरने लगी गाज, जानिए क्या चल रहा बिजली विभाग में
बिजली विभाग में ज्यादा बकाया चल रहा है। इस वसूली में फेल बिजली निगम के अफसरों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। दो अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। राजस्व वसूली में फेल बिजली निगम के अफसरों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने खराब परफार्मेस पर गोरखपुर जोन के दो अधिशासी अभियंताओं को हटाकर वाराणसी कार्यालय अटैच कर दिया है। जबकि कौड़ीराम और देवरिया के एक अन्य अधिशासी अभियंता का तबादला किया गया है।
देवरिया के सलेमपुर के अधिशासी अभियंता राममूरत के खिलाफ काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी। आरोप था कि राममूरत जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनते थे और काम भी ठीक से नहीं करते थे। साथ ही राजस्व वसूली के मामले में उनकी परफार्मेस भी खराब थी। प्रबंध निदेशक ने राममूरत के व्यवहार की भी जांच शुरू कराई है।
देवरिया के एक्सईएन यूसी मिश्र को भी वाराणसी मुख्यालय अटैच किया गया है। राजस्व वसूली के साथ ही कार्यो में शिथिलता की पुष्टि के बाद यह कार्यवाही की गई है। कौड़ीराम के एक्सईएन सतीश चंद्रा का तबादला इलाहाबाद और देवरिया में अटैच एक्सईएन संतोष कुमार का तबादला बस्ती किया गया है।
कई और अफसर निशाने पर
खराब परफार्मेस और उपभोक्ताओं व जनप्रतिनिधियों से अच्छा व्यवहार न करने वाले बिजली निगम के कई अफसर निशाने पर हैं। कई अफसरों की गोपनीय जांच भी कराई जा रही है।
15 तक तबादला कर दें रिपोर्ट
बिजली निगम के चेयरमैन आलोक कुमार ने एक ही पद पर निर्धारित समय से ज्यादा तैनात रहने वाले अफसरों व कर्मचारियों के तबादले के निर्देश दिए हैं। तबादला कर अफसरों व कर्मचारियों की सूची 15 दिसंबर तक लखनऊ भेजने को कहा गया है। चेयरमैन ने निर्देश दिए हैं कि निविदा और बिलिंग कार्य कर रहे लिपिकों का हर हाल में तबादला किया जाए। तबादला की मॉनीट¨रग चीफ इंजीनियर करेंगे।