बिजली 'जानलेवा' हुई तो नपेंगे अफसर, तय की गई जिम्मेदारी Gorakhpur News
बिजली उपकरणों से जन या पशु हानि को रोकने के लिए बिजली निगम ने कमर कस ली है। उपकरणों को दुरुस्त कराने के निर्देशों के बीच साफ कर दिया गया है कि जन या पशु हानि होने पर संबंधित क्षेत्र के अफसर को जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई कर दी जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। गर्मी में बिजली जानलेवा नहीं बनेगी। बिजली उपकरणों से जन या पशु हानि को रोकने के लिए बिजली निगम ने कमर कस ली है। उपकरणों को दुरुस्त कराने के निर्देशों के बीच साफ कर दिया गया है कि जन या पशु हानि होने पर संबंधित क्षेत्र के अफसर को जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई कर दी जाएगी। इस कार्रवाई का विरोध हुआ तो इस मामले में भी संबंधित अफसर को ही दोषी माना जाएगा।
जांच में उपकरणों में मिली गड़बड़ी को तत्काल ठीक कराना होगा
पिछले दिनों विकास नगर कालोनी में मंदिर से पूजा कर घर लौट रहीं रश्मि श्रीवास्तव मोहल्ले में लगे ट्रांसफार्मर के सामने से गुजर रही थीं। अचानक ट्रांसफार्मर फट गया और गर्म तेल रश्मि के ऊपर गिर गया। बुरी तरह झुलसीं रश्मि को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हाल ही में जनप्रिय विहार वार्ड में सड़क के किनारे थोड़ी ऊंचाई पर रखे ट्रांसफार्मर के तार से सटकर एक ब'चा बुरी तरह झुलस गया। लखनऊ में इलाज के दौरान उसका एक हाथ काटना पड़ा। इस मामले में भी बिजली निगम की लापरवाही मिली थी। अफसरों ने आननफानन ट्रांसफार्मर को पोल पर लगवा दिया था। इसके अलावा आए दिन बिजली निगम की लापरवाही से हादसे होते रहते हैं। इसे देखते हुए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के प्रबंध निदेशक डा. सरोज कुमार ने मुख्य अभियंता से लगायत अवर अभियंताओं की जिम्मेदारी तय कर दी है।
यह करना होगा
मुख्य अभियंता सप्ताह में पहले से चिह्नित तीन उपकेंद्रों का निरीक्षण करेंगे
सभी अधीक्षण अभियंता अपने क्षेत्र के पांच उपकेंद्रों का हर सप्ताह निरीक्षण करेंगे और कमियों को नोट कर दुरुस्त कराएंगे
स्थानीय स्तर पर सुधार कार्य होने की स्थिति में तत्काल उपकरणों को दुरुस्त कराना होगा। यदि बड़े बजट का काम है तो निगम स्तर से अनुमोदन लेना होगा
निरीक्षण की आख्या डैश बोर्ड पर दर्ज करनी होगी
कर्मियों को वर्दी और पहचान पत्र मिलेगा
प्रबंध निदेशक डा. सरोज कुमार ने सभी बिजली कर्मियों और संविदाकर्मियों को निर्धारित ड्रेस में ही कार्य स्थल पर आने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एक सप्ताह में परिचय पत्र भी बनवाने को कहा है।
प्रबंध निदेशक के निर्देशानुसार उपकेंद्रों की जांच शुरू कर दी गई है। कमियों को दूर कराने के लिए परीक्षण खंड के साथ काम चल रहा है। - देवेंद्र सिंह, मुख्य अभियंता।