आज दक्षिणायन होंगे सूर्य, मांगलिक कार्य बंद
गोरखपुर : भगवान सूर्य कर्क राशि में मंगलवार को प्रवेश कर जाएंगे, इसे ही सूर्य का दक्षिणायन ह
गोरखपुर : भगवान सूर्य कर्क राशि में मंगलवार को प्रवेश कर जाएंगे, इसे ही सूर्य का दक्षिणायन होना कहा जाता है। इसी के साथ चातुर्मास्य शुरू हो जाएगा। 23 जुलाई को हरिशयनी एकादशी है जिस दिन भगवान क्षीर सागर में योग निद्रा में चले जाते हैं और चार माह बाद देवोत्थान एकादशी के दिन जागते हैं। इसी बीच सूर्य की कर्क, सिंह, कन्या, तुला की संक्रांति होती है। इस दौरान मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं।
ज्योतिषाचार्य पं. शरदचंद्र मिश्र के अनुसार वर्ष में संपूर्ण सूर्य की 12 संक्रांतियों में से छह में विवाह आदि शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक, मकर और कुंभ की संक्रांतियां ग्राह्य और अन्य संक्रांतियां अग्राह्य हैं। इसके अतिरिक्त यदि शुभ ग्रह शुक्र व वृहस्पति भी सूर्य के अत्यंत सन्निकट आने से अस्त हो जाएं तो भी विवाह आदि मांगलिक कार्य स्थगित कर दिए जाते हैं। इसके लिए त्रिबल शुद्धि की भी जरूरत है। त्रिबल शुद्धि में सूर्य, चंद्रमा और वृहस्पति की दीप्ति अवस्था और राशिगत शुद्धि देखी जाती है। यदि महीनों में देखा जाय तो वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, अगहन, माघ और फाल्गुन इसके लिए प्रशस्त माने गए हैं। यदि इसके पूर्व या पश्चात के महीने हों और उपरोक्त शुभ संक्रांतियां हों तो भी विवाह होते हैं। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी (हरिशयनी एकादशी) से कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी (देवोत्थान एकादशी) तक भगवान विष्णु योग निद्रा में रहते हैं, इस दौरान भी विवाह और मांगलिक कार्य नहीं होते हैं।
ज्योतिषाचार्य पं. राकेश पांडेय के अनुसार कर्क राशि की संक्रांति 17 जुलाई को दिन में 08:56 बजे से प्रारंभ होगी। इसी के साथ सूर्य दक्षिणायन हो जाएंगे। यह संक्रांति महंगाई का कारक है, फलस्वरूप तिल तेल, मादक द्रव्य, गुड़, गुग्गुल, सोपारी, सोठ, हींग, हल्दी ऊनी वस्त्र व चांदी में तेजी आएगी। संक्रांति का प्रारंभ सिंह लग्न में होगा। लग्नेश सूर्य कर्क राशि में राहु व बुध के साथ बैठकर सूर्य ग्रहण योग बना रहा है।