गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर बच्चे के साथ लिफ्ट में डेढ़ घंटे फंसी रही महिला, ट्रेन छूटी Gorakhpur News
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर गुरुवार को बुजुर्ग महिला चार वर्ष के बच्चे के साथ लिफ्ट में लगभग डेढ़ घंटे फंसी रहीं।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर गुरुवार को बुजुर्ग महिला चार वर्ष के बच्चे के साथ लिफ्ट में लगभग डेढ़ घंटे फंसी रहीं। रेल कर्मियों ने लिफ्ट का दरवाजा तोड़कर महिला और बच्चे को बाहर निकाला। महिला यात्री सहित परिवार के पांच लोगों की ट्रेन छूट गई।
बीच रास्ते में अचानक रुकी लिफ्ट
लिफ्ट में फंसी महिला यात्री शांति देवी के अनुसार उन्हें परिवार के साथ बाघ एक्सप्रेस से जसीडीह जाना था। इसके लिए सभी लोग फुट ओवरब्रिज से प्लेटफार्म नंबर एक पर आ रहे थे। शांति देवी ने बताया कि मुझे चलने में परेशानी हो रही थी तो लिफ्ट में चढ़ गई। बताया कि दोपहर 12 बजे के आसपास लिफ्ट में चढ़ी थी। बीच में लिफ्ट अचानक रुक गई। वह घबरा गईं। बच्चा उमंग लिपटकर रोने लगा। कुछ देर बाद घबराहट होने लगी। नीचे खड़े परिजन परेशान हो गए।
सवा घंटे बाद लिफ्ट के पास पहुंचे रेल कर्मी
इसी बीच 13020 बाघ एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर एक पर आई और चली भी गई। परिवार के पांच लोगों की ट्रेन छूट गई। परिजन वीरेंद्र पांडेय ने बताया कि बाबा धाम में बच्चे का मुंडना कराना था। स्लीपर क्लास में टिकट कंफर्म है। लेकिन रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही के चलते पूरी प्लानिंग ही ध्वस्त हो गई। संबंधित रेलकर्मियों को सूचना देने और घोषणा कराने के बाद भी लिफ्ट के कर्मचारी सवा घंटे बाद मौके पर पहुंचे। इसकी रेल के अधिकारियों से शिकायत करेंगे। यात्री मित्र कार्यालय के अनुसार टिकट को अगली ट्रेन के लिए मान्य कर दिया जाएगा।
सीपीआरओ ने कहा, परिजनों ने लिफ्ट को जबरदस्ती खोलने की कोशिश की
इस संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि परिजनों ने लिफ्ट नंबर चार को जबरदस्ती खोलने की कोशिश की। लिफ्ट काफी क्षतिग्रस्त हो गई और चाबी से नहीं खुल पाई। कंपनी वालों को बुलाने में समय लग गया। लिफ्ट से दोनों यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया।