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CBSE 12th Exam Result 2021: रिजल्ट में 96.6 प्रत‍िशत, इंप्रूवमेंट परीक्षा देने के बाद हो गए 99.4 फीसद

CBSE 12th Exam Result 2021 कोरोनाकाल में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा रद कर मूल्यांकन नीति बनाकर छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण किया। असंतुष्ट विद्यार्थियों के लिए बोर्ड ने इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा कराई। जिसमें जिले से तकरीबन दो से तीन सौ छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 09:02 AM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 08:57 PM (IST)
CBSE 12th Exam Result 2021: रिजल्ट में 96.6 प्रत‍िशत, इंप्रूवमेंट परीक्षा देने के बाद हो गए 99.4 फीसद
सीबीएसई की इंप्रूवमेंट परीक्षा का पर‍िणाम आ गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, प्रभात कुमार पाठक। CBSE 12th Exam Result 2021 आरपीएम एकेडमी ग्रीन सिटी की छात्रा रीतिका दूबे को आंतरिक मूल्यांकन नीति के तहत सीबीएसई बोर्ड ने इंटर में 96.6 फीसद अंक दिए थे। अंक से असंतुष्ट छात्रा ने इंप्रूवमेंट परीक्षा दी। परिणाम आया था तो न सिर्फ 14 नंबर अधिक मिले बल्कि अंकपत्र में कुल नंबर की वृद्धि 99.4 फीसद तक पहुंच गई। इसी तरह सरमाउंट इंटरनेशनल स्कूल के छात्र ऐश्वर्य राय को पहले इंटरमीडिएट में 72.2 फीसद अंक मिले थे।

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इंप्रूवमेंट परीक्षा के बाद गणित में 62 की जगह बढ़कर 81 अंक हो गए। 19 अंक बढ़ने के साथ ही ओवरआल अंकपत्र में वृद्धि 76 फीसद पहुंच गई। जेपी एजुकेशन एकेडमी के छात्र अमन जायसवाल के तो गणित में 23 अंक बढ़ गए। आंतरिक मूल्यांकन में 47 अंक मिले थे। परीक्षा के बाद 70 हो गए। कमाेवेश यही स्थिति इंप्रूवमेंट परीक्षा देने वाले अन्य छात्र-छात्राओं की भी रही।

इतने छात्रों ने दी थी परीक्षा

कोरोनाकाल में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने परीक्षा रद कर मूल्यांकन नीति बनाकर छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण किया। असंतुष्ट विद्यार्थियों के लिए बोर्ड ने इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा कराई। जिसमें जिले से तकरीबन दो से तीन सौ छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था। 29 सितंबर को देर शाम जब परीक्षा परिणाम आया तो तमाम विद्यार्थी ऐसे मिले जिनके चार से पांच फीसद तक अंक बढ़ गए।

छात्र मूल्यांकन नीति से ज्यादा अंक मिलने से बेहद खुश हैं। क्योंकि काफी संख्या में मेधावियों की शिकायत थी कि विषयों में जितने नंबर उन्हें मिलने चाहिए थे उतने नहीं मिले हैं। इंप्रूवमेंट परीक्षा में ज्यादातर इंटर के छात्रों ने किस्मत आजमायी थी। क्योंकि बोर्ड ने पहले ही कह दिया था कि परीक्षा में अगर अंक दिए गए अंकों से कम आए तो कम अंक ही मान्य होंगे।

आंतरिक मूल्यांकन में मिले अंक से जो विद्यार्थी असंतुष्ट थे उनको सीबीएसई ने इंप्रूवमेंट के लिए एक और मौका दिया था। जिसका फायदा उठाने के लिए तमाम विद्यार्थी आवेदन कर परीक्षा में शामिल हुए थे। परिणाम आया तो अधिकांश बच्चों के अंक पहले की अपेक्षा अधिक हो गए हैं। जो उनके भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा। - अजय शाही, अध्यक्ष, गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन।


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