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गोरखपुर शहर के 71 हजार बिजली उपभोक्ताओं को नहीं मिला बिल Gorakhpur News

कंपनी ने अफसरों को आश्वस्त किया था कि छह महीने बाद से वह 95 फीसद तक बिलिंग करेंगे लेकिन आज तक ऐसा नहीं हो सका। यही कारण है कि 71 हजार उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिला।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 04:44 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 04:44 PM (IST)
गोरखपुर शहर के 71 हजार बिजली उपभोक्ताओं को नहीं मिला बिल Gorakhpur News
गोरखपुर शहर के 71 हजार बिजली उपभोक्ताओं को नहीं मिला बिल Gorakhpur News

गोरखपुर जेएनएन। जुलाई महीना बीतने को है, लेकिन शहर के 71 हजार उपभोक्ताओं का बिजली का बिल अब तक नहीं बन सका है। बिल न मिलने से उपभोक्ता तो परेशान हैं ही, बिजली निगम को भी नुकसान हो रहा है।

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शहर में बिजली आपूर्ति के लिए बने हैं चार खंड

शहर में बिजली की सुचारु आपूर्ति और व्यवस्था के लिए चार खंड बनाए गए हैं। नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम टाउनहाल के क्षेत्र में सबसे ज्यादा तो मोहद्दीपुर खंड में सबसे कम उपभोक्ता हैं। 25 तारीख के पहले सभी उपभोक्ताओं को बिजली का बिल मिल जाना चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। बिलिंग एजेंसी बिजनेस कंसलटिंग एंड आइटी साल्यूशंस (बीसीआइटीएस) को तकरीबन दो साल पहले बिल बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। कंपनी ने बिजली निगम के अफसरों को आश्वस्त किया था कि छह महीने बाद से वह 95 फीसद तक बिलिंग करेंगे, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हो सका। 

फैक्ट फाइल

शहर में कुल बिजली उपभोक्ताओं की संख्या- 186279।

शहर में स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं की संख्या- 53000।

शहर में सामान्य मीटर वाले उपभोक्ताओं की संख्या- 133179।---

ऐसे बना सामान्य मीटर वाले उपभोक्ताओं का बिल---

खंड                      कुल उपभोक्ता   बना बिल   फीसद

प्रथम टाउनहाल      52345               21124      40

द्वितीय बक्शीपुर      46553               23737      51

तृतीय मोहद्दीपुर       11607               6569        57

चतुर्थ राप्तीनगर        22674              10749      46

शहर में मीटर रीडरों की संख्या

टाउनहाल    21

बक्शीपुर      28

मोहद्दीपुर     13

राप्तीनगर    16

बिल के यह मिलते हैं रुपये

चार किलोवाट तक प्रति बिल- 10 रुपये

पांच किलोवाट से ऊपर प्रति बिल- 25 रुपये

उपभोक्ताओं को बिजली का बिल न मिलना गंभीर बात है। बिलिंग एजेंसी बीसीआइटीएस के अफसरों को कई बार सुधार के लिए कहा जा चुका है, लेकिन वह बिल बनाने का काम तेज नहीं कर पा रहे हैं। यदि सुधार नहीं हुआ तो बिलिंग एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।

यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता शहर


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