फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर ठग लिए 7.70 लाख रुपये Gorakhpur News
गोरखपुर में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर जालसाजों ने दो लोगों से लाखों रूपये ठग लिए।
गोरखपुर, जेएनएन। केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स में सिपाही की नौकरी दिलाने का झांसा देकर जालसाजों ने 7.70 लाख रुपये ठग लिया। इतना ही नहीं उसने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दे दिया। युवक जब ज्वाइन करने छत्तीसगढ़ पहुंचा तो जालसाजी की जानकारी हुई। पीड़ित ने रामगढ़ताल थाने में दो आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
सिपाही पद पर भर्ती का दिया था झांसा
उरुवा के कोटवा निवासी जय नरायण सिंह रामगढ़ताल के सर्वोदयनगर निवासी नागेन्द्र पाण्डेय के यहां किराए पर कमरा लेकर वह सपरिवार रहते हैं। रामगढ़ताल पुलिस को तहरीर देकर उन्होंने बताया कि गोला के सड़सड़ा बुजुर्ग निवासी पुरूषोत्तम मिश्रा के भाई युगुल किशोर उनके पड़ोस में किराए पर कमरा लेकर रहते हैं। सितम्बर 2016 में पुरूषोत्तम मिश्रा ने उन्हें बताया कि सीआरपीएफ के अधिकारियों से उनकी जान पहचान है। उनकी बेटी अन्नू व भतीजा राजीव रंजन को सिपाही के पद पर भर्ती करा देंगे। बातचीत होने पर पुरुषोत्तम ने 7.70 लाख रुपये की मांग की। झांसे में आकर जय नरायण उनकी भयहू सरोज सिंह व भतीजे अविनाश ने 3.70 लाख रुपये पुरुषोत्तम के बैंक खाते में जमा कर दिया। चार लाख रुपये सरोज सिंह ने नकद दिया।
रुपये लेने के बाद भाई-बहन को दे दिया फर्जी नियुक्ति पत्र
रुपये मिलने पर पुरुषोत्तम ने 24 सितम्बर 2016 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बिलासपुर छत्तीसगढ़ में सिपाही के पद के लिए उत्त्तीर्ण होने का फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। यही नहीं उसने अन्नू व राजीव रंजन को फर्जी बुलावा पत्र भी दे दिया। बिलासपुर पहुंचने पर दोनों का फर्जी ढंग से स्वास्थ्य परीक्षण करवा दिया। अन्नू व राजीव रंजन जब बिलासपुर स्थित सीआरपीएफ डीआइजी के कार्यालय पहुंचे तो अधिकारियों ने नियुक्ति-पत्र फर्जी होने की जानकारी दी। परिवार के लोगों ने पुरूषोत्तम मिश्रा से अपने दिये गये पैसे के वापसी की बात की तो वह आनाकानी करने लगा। सीओ कैंट सुमित शुक्ल ने बताया कि तहरीर के आधार पर रामगढ़ताल पुलिस ने पुरुषोत्तम और उसके भाई युगुल किशोर मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज पुलिस जांच कर रही है। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी।