55 ई-पास मशीनें खराब, खाद्यान्न वितरण प्रभावित
देवरिया के ग्रामीण क्षेत्र में 40 और शहरी क्षेत्र की 15 मशीनों में गड़बड़ी।
देवरिया, जेनएनएन। जिले में खाद्यान्न का वितरण इलेक्ट्रानिक प्वाइंट ऑफ सेल (ई-पॉस) मशीन से किया जा रहा है। हर माह एक से दो मशीनें खराब हो रही हैं। जिससे वितरण कार्य प्रभावित हो रहा है।
जिले के शहरी क्षेत्र में 129 राशन दुकानों पर ई-पास मशीन उपलब्ध कराई गई है, इनमें से अबतक 15 मशीनें खराब हो चुकी हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 1340 राशन दुकानों पर उपलब्ध कराई गई ई-पास मशीनों में 40 में गड़बड़ी मिली है। विभागीय लोगों का कहना है कि ई-पास मशीन खराब होने पर बगल के कोटे की दुकान से ई-पास मशीन मंगानी पड़ती है। उपभोक्ताओं का ब्योरा दूसरे ई-पास मशीन में ट्रांसफर करना पड़ता है। जिसके बाद वितरण किया जाता है। ई-पास मशीनों की देखरेख की जिम्मेदारी चेन्नई की ओएसिस कंपनी की है।
कंपनी के डिस्ट्रिक्ट इंजीनियर सूर्य प्रताप तिवारी ने बताया कि देवरिया में शहरी क्षेत्र में 15 और ग्रामीण क्षेत्र में 40 ई-पास मशीन खराब है। ओएसिस कंपनी इसकी मैन्युफैक्चरिग करती है। यह चाइनीज नहीं है। खराब मशीनों को एक से दो दिन में बदल दिया जाएगा। अगस्त में 92.81 फीसद कार्डधारकों ने किया उठान
अगस्त में 92.71 फीसद कार्डधारकों ने खाद्यान्न का उठान किया, इनमें शहरी क्षेत्र के 91.72 व ग्रामीण क्षेत्र के 92.81 फीसद कार्डधारक शामिल हैं। यानी कुल 568702 राशन कार्डधारकों के सापेक्ष 527267 कार्डधारकों ने आधार प्रमाणीकरण के बाद खाद्यान्न प्राप्त किया। एक नजर में
कुल राशन दुकानें: 1469
कार्डधारक (शहरी क्षेत्र):49442
कार्डधारक (ग्रामीण क्षेत्र): 519260
कुल कार्डधारक (शहरी व ग्रामीण क्षेत्र): 568702 खराब ई-पास मशीनों को बदलने में संबंधित कंपनी की तरफ से देरी की जा रही है। इससे वितरण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। निकटवर्ती राशन दुकानदार का ई-पास मशीन मंगाकर डाटा ट्रांसफर करने के बाद वितरण किया जा रहा है। खराबी के संबंध में शासन को अवगत कराया जा चुका है।
-विनय कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी