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एक ही दिन में बन गए 54 हजार उपभोक्ताओं के बिल Gorakhpur News

गोरखपुर शहर में 55 हजार 821 उपभोक्ताओं के परिसर में स्मार्ट बिजली मीटर लगा दिए गए हैं। इन उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर मीटर में फीड कर दिए गए हैं। इस कारण स्मार्ट मीटर वाले 54 हजार उपभोक्ताओं को एक ही दिन में बिजली का बिल मिल गया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 11:50 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 11:50 AM (IST)
एक ही दिन में बन गए 54 हजार उपभोक्ताओं के बिल Gorakhpur News
गोरखपुर में एक दिन में 54 हजार उपभोक्ताओं के बिल बन गए। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। स्मार्ट मीटर वाले 54 हजार उपभोक्ताओं को एक ही दिन में बिजली का बिल मिल गया। स्मार्ट मीटर ने खुद बिल बनाया और उपभोक्ताओं को मोबाइल नंबर पर मैसेज पहुंच गया। अब बिजली निगम के अफसर बिल जमा कराने में जुट गए हैं।

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शहर के सभी चार वितरण खंडों में 55 हजार 821 उपभोक्ताओं के परिसर में स्मार्ट बिजली मीटर लगा दिए गए हैं। इन उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर मीटर में फीड कर दिए गए हैं। मंगलवार को 54 हजार 282 उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर पर नवंबर महीने में खर्च हुए बिजली का बिल पहुंचा। पहली बार तकरीबन 97 फीसद बिलिंग से बिजली निगम के अफसर भी उत्साहित हैं। बचे तीन फीसद उपभोक्ताओं के बिल न बनने के कारणों की पड़ताल शुरू करा दी गई है।

पिछले साल लगने शुरू हुए थे मीटर

स्मार्ट मीटर लगाने का जिम्मा लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) कंपनी को दिया गया है। कंपनी ने गोरखनाथ क्षेत्र से स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत की थी। सर्वाधिक मीटर बक्शीपुर, मोहद्दीपुर और राप्तीनगर खंड क्षेत्र में लगे हैं।

1.84 लाख उपभोक्ता हैं

शहर में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या एक लाख 84 हजार हो गई है। इनकी संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। राप्तीनगर और मोहद्दीपुर खंड क्षेत्र में नए उपभोक्ताओं की संख्या ज्यादा है।

जन्माष्टमी के बाद नहीं लगे स्मार्ट मीटर

जन्माष्टमी के दिन प्रदेश में अचानक लाखों स्मार्ट मीटर बंद होने के बाद स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी गई। शहर में तब से एक भी स्मार्ट मीटर नहीं लगाया जा सका है। अफसरों को उम्मीद है कि स्मार्ट मीटर से जुड़ी समस्या का हल मिलने के बाद जल्द ही इसे लगाने की अनुमति मिल जाएगी।

मीटर रीडर के इंतजार का झंझट नहीं

स्मार्ट मीटर खुद खपत और लोड की गणना कर बिल बनाता है। इस कारण न मीटर रीडर के इंतजार से मुक्ति मिल जाती है। बिजली निगम का फायदा यह है कि बकाया ज्यादा बढऩे पर अधिशासी अभियंता अपने कार्यालय से ही उपभोक्ता की लाइन बंद कर देते हैं।

स्मार्ट मीटर वाले 97 फीसद उपभोक्ताओं को एक तारीख को बिल दे दिया गया है। अब बिल जमा कराने पर जोर दिया जाएगा। - यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता शहर


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