खुले में शौच करना पड़ गया महंगा, प्रधान ने लगाया 500 रुपये का जुर्माना
उसके घर में शौचालय भी है। समझाने पर भी नहीं मानता था। प्रधान ने प्रधान ने उसके ऊपर जुर्माना लगा दिया। जुर्माना वसूल कर ग्राम निधि खाते में जमा भी कर दिया।
गोरखपुर (जेएनएन)। सरकार से 12 हजार के अनुदान से घर में शौचालय बनवाने के बावजूद लोग इसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों को समझाने, जागरूक करने के बाद अब अर्थदंड लगाने की प्रकिया भी शुरू हो गई है। ताजा मामला भटहट का है जहां खुले में शौच करना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया। सचल ओडीएफ टीम की निगरानी में पकड़े गए ग्रामीण पर ग्राम पंचायत ने न केवल 500 रुपये का जुर्माना लगाया, बल्कि उसकी वसूली करके ग्राम निधि के खाते में जमा भी करा दिया। भटहट में इसकी शुरुआत के बाद यह अभियान अब जिले भर में चलेगा।
भटहट विकास खंड के गांव खिरिया में सचल ओडीएफ टीम में खंड प्रेरक प्रशांत सिंह, धमर्ेंद्र कुमार, शिवचरन चौधरी, नरेंद्र बहादुर यादव एवं ग्राम प्रधान अंबिका सिंह ने ग्रामीण प्रमोद कुमार को खुले में शौच करते पकड़ लिया। सचिव आनंद कुमार वरुण ने बताया कि ग्राम पंचायत में कुल 275 परिवारों के सापेक्ष 254 शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है। प्रमोद कुमार को भी शौचालय के मद में 12 हजार रुपये की अनुदान राशि दी गई थी, जिससे उसने घर पर शौचालय भी बनवाया था। इसके बावजूद अभियान को पलीता लगाते हुए वह खुले में शौच करने गया था। सचल ओडीएफ टीम ने युवक को पकड़ने के बाद प्रधान को सूचना दी। ग्राम पंचायत ने उस पर 500 रुपये का अर्थदंड लगाते हुए प्रारूप पत्र सात की रसीद काटकर उसे दे दिया।
डीपीआरओ ने की प्रशंसा डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर का कहना है कि 'खिरिया में प्रधान की तरफ से की गई अर्थदंड की पहल सराहनीय है। घर में शौचालय होने के बावजूद खुले में शौच करना निंदनीय है। सभी लोगों से अपील की जा रही है वह खुले में शौच न जाएं। ओडीएफ की सफलता में प्रधान की भूमिका अहम है।'