गोरखधाम में महिलाओं के लिए 50 सीटें, अंतिम बोगी में मिल रही जगह
गोरखधाम एक्सप्रेस में महिलाओं के लिए अब 50 सीटें सुरक्षित कर दी गई हैं। पहले 20 सीटें मिली हुई थीं। इससे उनका यात्रा सुगम हो गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखधाम एक्सप्रेस में महिलाओं को और 30 सीटें मिल गई हैं। अंतिम बोगी में विकल्प के रूप में कुल 50 सीटें आरक्षित कर दी गई। पहले से 20 सीटें थीं, लेकिन महिला यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेल प्रशासन ने सीटें बढ़ा दी है। इससे महिलाओं को दिल्ली तक अकेले यात्रा करने में अब कोई परेशानी नहीं होगी।
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (पीसीसीएम) आलोक सिंह ट्रेन रवाना होने से आधे घंटे पहले प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंच गए। स्टेशन प्रबंधक पीके अस्थाना की टीम के साथ वह सीधे महिला बोगी में पहुंचे। बोगी में पुरुष यात्रियों ने कब्जा जमा रखा था। पीसीसीएम ने पुरुष यात्रियों को दूसरे कोच में भेजा। साथ ही महिलाओं के लिए सीटों की व्यवस्था सुनिश्चित की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और आरपीएफ को निर्देशित किया कि महिलाओं को हर हाल में उनकी सीट पर बिठाएं। उन्होंने जनरल बोगियों में सफाई व्यवस्था और टॉयलेट का जायजा लिया।
ऐसे बढ़ीं महिलाओं के लिए सीटें
दरअसल, 14 मार्च से ट्रेन की रेक से महिला और दिव्यांग कोच हटने के बाद से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। दिल्ली जाने के लिए गोरखपुर से रोजाना सिर्फ एक ट्रेन होने के चलते गोरखधाम में परेशानी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। दैनिक जागरण ने गोरखधाम में कोच कम होने के बाद महिला, दिव्यांग और आम यात्रियों की परेशानियों को अभियान चलाकर प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
बोगी का दरवाजा लॉक होने से परेशान हुई महिलाएं
महिला बोगी का एक दरवाजा लॉक होने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। अंतिम वाला एक दरवाजा ही खुला था। ऐसे में महिलाएं बोगी में नहीं चढ़ पा रही थीं। पीसीसीएम ने दरवाजा खुलवाया तो महिलाएं बोगी में चढ़ीं। इस अव्यवस्था पर पीसीसीएम ने फटकार भी लगाई।
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