रेलवे में इस प्रणाली से घट गए 45 फीसद अपराध, जाने-क्या है विशेषता Gorakhpur News
पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी ने 10 नवंबर 2018 को टोकन प्रणाली को लागू किया था। टोकन के अदला-बदली की अनिवार्यता ने सुरक्षाकर्मियों को डयूटी खत्म होने तक रहने के लिए मजबूर कर दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। ट्रेन के सफर को सुरक्षित बनाने की कवायद में टोकन का फंडा हिट हो गया है। 14 माह पहले लागू हुई सुरक्षा की नई प्रणाली ने स्कोर्ट के सुरक्षाकर्मियों को न केवल मुस्तैद किया है बल्कि ट्रेन व प्लेटफार्म पर चोरी, लूट, छिनैती और जहरखुरानी जैसी घटनाओं पर ब्रेक लगा दिया है।
10 नवंबर से लागू है टोकन प्रणाली
पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी ने 10 नवंबर 2018 को टोकन प्रणाली को लागू किया था। इसके तहत गोरखपुर अनुभाग की 82 ट्रेनों में चलने वाले स्कोर्ट के सिपाहियों को विशेष टोकन दिया जाता है। डयूटी खत्म होने के बाद सुरक्षाकर्मी यह टोकन अगले सुरक्षा दल को देते हैं। इस पूरी प्रणाली की निगरानी एसपी रेलवे खुद करती हैं। टोकन के अदला-बदली की अनिवार्यता ने सुरक्षाकर्मियों को डयूटी खत्म होने तक तैनात रहने के लिए मजबूर कर दिया। इसका नतीजा हुआ कि ट्रेन और प्लेटफार्म पर होने वाले अपराध में 44 फीसद की कमी आ गई।
की गई अपराधों की समीक्षा
एसपी रेलवे की अगुवाई में समीक्षा बैठक हुई, जिसमें 2019 की अपेक्षा 2017 में हत्या के 67 फीसद, चोरी के 50, वाहन चोरी के 93, लूट के 59, जहरखुरानी के 77, अपहरण के 50, महिला अपराध के 29 फीसद मामले कम हुए। 2019 की तुलना 2016 से हुई तो हत्या में 50 फीसद, चोरी में 43, वाहन चोरी में 94, लूट में 66, जहरखुरानी में 78, बलवा में 60 अपहरण में 34, महिला अपराध में 37.5 फीसद की कमी आई।
अपराधों में 45 फीसद कमी
इस संबंध में एसपी रेलवे पुष्पांजलि देवी का कहना है कि उत्तरदायी पुलिसिंग की वजह से पिछले साल की तुलना में इस वर्ष सकल अपराध में 45 प्रतिशत की कमी आई है। इसे आगे भी जारी रखा जाएगा।
अपराधों का तुलनात्मक विवरण
अपराध 2019 2017 2016
हत्या 01 03 02
चोरी 219 425 382
वाहन चोरी 01 13 17
लूट 10 24 29
जहरखुरानी 05 21 22
बलवा 02 02 05
अपहरण 02 04 03
छेड़खानी 05 07 08
कुल अपराध 337 607 523