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Coronavirus : पांच दिन में 4336 ने कैंसिल की यात्रा, निरस्त होगी हमसफर एक्‍सप्रेस Gorakhpur News

कोरोना के कारण गोरखपुर से आनंद विहार के बीच चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस और बस्ती से प्रयागराज के बीच चलने वाली मनवर संगम एक्सप्रेस 24 मार्च से एक अप्रैल तक निरस्त रहेेेेेगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 18 Mar 2020 08:33 AM (IST)Updated: Wed, 18 Mar 2020 07:45 PM (IST)
Coronavirus : पांच दिन में 4336 ने कैंसिल की यात्रा, निरस्त होगी हमसफर एक्‍सप्रेस Gorakhpur News
Coronavirus : पांच दिन में 4336 ने कैंसिल की यात्रा, निरस्त होगी हमसफर एक्‍सप्रेस Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते अब ट्रेनों के संचलन पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। गोरखपुर से आनंद विहार के बीच चलने वाली वातानुकूलित हमसफर एक्सप्रेस और बस्ती से प्रयागराज के बीच चलने वाली मनवर संगम एक्सप्रेस 24 मार्च से एक अप्रैल तक निरस्त रहेगी। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने मंगलवार को रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेज दिया है। इस बीच 11 से 16 मार्च तक 4336 यात्रियों ने अपनी टिकट कैंसिल कराया।

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आठ फीसद टिकटों की ही हुई बुकिंग

दोनों ट्रेनों को निरस्त करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपने प्रस्ताव में यात्रियों की घटती संख्या और आमदनी का प्रमुखता से उल्लेख किया है। पूर्वोत्तर रेलवे ने बोर्ड को बताया है कि हमसफर एक्सप्रेस में 24 मार्च से एक अप्रैल तक टिकटों की बुकिंग सामान्य से भी कम हुई है। 25 और 26 मार्च को तो सिर्फ आठ फीसद तथा 27 मार्च और एक अप्रैल को 18-18 फीसद टिकट ही बुक हो पाए हैं। मनवर संगम एक्सप्रेस में रोजाना जनरल के लगभग 230 यात्री ही सफर कर रहे हैं। आमदनी भी घटकर औसत 19500 रुपये रह गई है।

गोरखधाम में भीड़ गायब, आरक्षित के साथ घट गए जनरल के भी यात्री

हमेशा फुल होकर दिल्ली के रास्ते हिसार तक जाने वाली 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस में पहली बार कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण का असर दिखा। सोमवार को इस ट्रेन में भारी भीड़ थी। प्लेटफार्म पर अफरातफरी रही लेकिन मंगलवार को भीड़ गायब थी। आरक्षित के साथ जनरल के यात्रियों की संख्या भी काफी कम थी। जनरल कोच में तो यात्री दिखे लेकिन शयनयान श्रेणी की बोगियां लगभग खाली रहीं। होली के बाद आरक्षित टिकट निरस्त कराने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। व्यवसायी भी संक्रमण का प्रभाव कम होने का इंतजार कर रहे हैं और यात्रा से परहेज कर रहे हैं। शनिवार को गोरखपुर जंक्शन स्थित काउंटरों से करीब 30 हजार जनरल टिकटों की बिक्री हुई। वहीं सोमवार को यह आंकड़ा 36 हजार से अधिक था।

आरक्षित टिकटों के बुकिंग व निरस्तीकरण की स्थिति

11 मार्च- 1925 टिकट बुक,  428 निरस्त।

12 मार्च- 2214 टिकट बुक, 525 निरस्त।

13 मार्च- 1938 टिकट बुक, 879 निरस्त।

14 मार्च- 1958 टिकट बुक, 1192 निरस्त।

16 मार्च - 2095 टिकट बुक, 1312 निरस्त।

गोरखपुर के रास्ते दिल्ली जाने वाली कुछ प्रमुख ट्रेनें

15057 गोरखपुर-आनंदविहार एक्सप्रेस

12553 वैशाली एक्सप्रेस

12565 बिहार संपर्क क्रांति

12557 सप्तक्रांति

15529 आनंदविहार जनसाधारण

15279 पूरबिया एक्सप्रेस

19270 पोरबंदर एक्सप्रेस

12523 न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस

15909 अवध-असम

15707 आम्रपाली

15273 सत्याग्रह

14673 शहीद एक्सप्रेस।

गोरखपुर-काठमांडू बस सेवा पर भी ग्रहण

संक्रमण ने पर्यटन के साथ परिवहन निगम को भी बैकफुट पर धकेल दिया है। महत्वाकांक्षी गोरखपुर-काठमांडू बस सेवा को परमिट मिलने के बाद भी हरी झंडी नहीं मिल पा रही है। दो नई जनरथ बसों को संचालित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। परमिट में दोनों जनरथ बसों का नंबर दर्ज कराया जा रहा है। गोरखपुर से काठमांडू एसी बस सेवा के तहत गोरखपुर से जनरथ बस यात्रियों को लेकर काठमांडू के लिए रवाना होगी। नेपाल से टाटा मार्को पोलो मैग्ना बस गोरखपुर आएगी। बसों की पार्किंग दोनों देशों के अधिकृत डिपो में ही होगी। नेपाल सरकार ने पहले से ही बस सेवा की संस्तुति प्रदान कर दी है। एसी जनरथ बस गोरखपुर से काठमांडू के लिए रोजाना शाम चार बजे रवाना होगी। लगभग 370 किमी की दूरी 12 घंटे में यात्रा पूरी हो जाएगी। लगभग 875 रुपये किराया निर्धारित किया गया है। हालांकि समय सारिणी और किराए में बदला हो सकता है।

थाईलैंड से गोरखपुर पहुंची महिला, मोहल्ले में हड़कंप

गोरखपुर के मिलेनियम सिटी निवासी एक महिला थाईलैंड से सोमवार को अपने घर पहुंचीं। मंगलवार को उनके मोहल्ले के कुछ लोग सीएमओ (मुख्य चिकित्साधिकारी) कार्यालय पहुंच गए और उनकी जांच कराने की मांग की। उनका कहना था कि उनकी कोई जांच नहीं हुई है, वह खुलेआम घूम रही हैं। इसलिए लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। सीएमओ के निर्देश पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महिला के घर पहुंचकर जांच की। उनका स्वास्थ्य सामान्य मिला। टीम ने उन्हें सुझाव दिया कि वह भीड़ में न निकलें, मास्क पहनें और 14 दिन एक अलग कमरे में रहें। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर तत्काल कंट्रोल रूम में फोन करें। उन्हें कंट्रोल रूम का नंबर भी दिया। सीएमओ कार्यालय को सूचना देने वालों ने बताया था कि वह थाईलैंड से नेपाल के रास्ते भारत में आई हैं। जबकि महिला का कहना है कि वह सीधे कोलकाता आईं, वहां एयरपोर्ट पर उनकी जांच हुई। वहां से सीधे गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचीं, वहां भी जांच की गई। उनका स्वास्थ्य पूरी तरह सामान्य है।

डीएम ने तय की अफसरों की जिम्मेदारी

कोरोना वायरस से बचाव, रोकथाम एवं उपचार के लिए शासन के निर्देशों के त्वरित क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। डीएम ने अफसरों को निर्देशित किया है कि वह अपने दायित्वों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण करें और प्रतिदिन की आख्या उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय पर इमरजेंसी आपरेशन सेंटर (ईओसी) संचालित किए जाने के लिए अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व को जिम्मेदारी सौंपी है। स्वास्थ्य विभाग में 24 \क्र3 7 ईओसी संचालित करने व जिला चिकित्सालय में संक्रमित व्यक्तियों को आइसोलेसन में रखने हेतु वार्ड व्यवस्था की जिम्मेदारी सीएमओ को सौंपी गई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय में संचालित ईओसी के अंतर्गत एक वायरलेस सेट आपरेटर सहित तैनात किए जाने के लिए एसपी (दक्षिणी) को जिम्मेदारी दी गई है।

विदेशियों व गैर प्रांतों से आए व्यक्तियों की तत्काल जांच के आदेश

जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने जनपद के विभिन्न होटलों में प्रवास कर रहे विदेशी सैलानियों तथा गैर प्रांतों से आए लोगों के स्वास्थ्य की तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। बाहरी लोगों के आने की जानकारी राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस व ग्राम विकास विभाग को स्थानीय स्तर पर जुटाकर एडीएम वित्त व सीएमओ को स्वास्थ्य जांच के लिए देनी होगी। डीएम ने ईओसी में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों से संबंधित सूचना एकत्र करने में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का सहयोग करने के लिए सीएमओ को जिम्मेदार बनाया है।

बस कंडक्टर यात्रियों को पढ़कर सुना रहे बचाव का संदेश

रोडवेज के यात्रियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की जानकारी देने के लिए बस कंडक्टर (परिचालक) बचाव का संदेश पढ़कर सुना रहे हैं। समुचित धुलाई और छिड़काव के बाद ही बसें डिपो में आ रही हैं। चालकों और परिचालकों को सैनिटाइजर का पैकेट दिया जा रहा है। आम यात्रियों तक बचाव का संदेश पहुंचाने के लिए परिवहन निगम ने पंफलेट प्रकाशित कराया है। पंफलेट सभी कंडक्टरों को उपलब्ध करा दिया गया है। जिसे कंडक्टर बस रवाना होने से पहले पढ़कर सुना रहे हैं। निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक डीवी सिंह के अनुसार संदेश को अनिवार्य रूप से सुनाने के लिए संबंधित अधिकारियों और कंडक्टरों को निर्देशित कर दिया गया है। इसके अलावा बसों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बसों में डिटाल, हाइड्रोपराक्साइड, हाइपोक्लाराइड और लाइजाल का घोल बनाकर छिड़काव कराया जा रहा है। हैंडलों को सैनिटाइजर से साफ कराया जा रहा है। प्रदर्शन बरकरार रखने के लिए चालकों को प्रति चार हजार किमी पर एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।

विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा दो अप्रैल तक स्थगित

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय व संबद्ध महाविद्यालयों की वार्षिक परीक्षा कोरोना से बचाव के दृष्टिगत दो अप्रैल तक स्थगित कर दी गई है। कुलपति प्रो.विजय कृष्ण सिंह के आदेश पर परीक्षाएं 18 मार्च से दो अप्रैल तक स्थगित करने का आदेश मंगलवार देर शाम जारी कर दिया गया। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नवीन संशोधित परीक्षा कार्यक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर शीघ्र अपलोड कर दी जाएगी।

हाथ में लेकर टिकटों की जांच नहीं करेंगे टीटीई

रेलकर्मियों ने भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। अब चल टिकट परीक्षक (टीटीई) और टिकट कलेक्टर (टीसी) हाथ में टिकट लेकर जांच नहीं करेंगे। पहचान पत्रों को भी हाथ नहीं लगाएंगे। दूर से ही अपना चार्ट देखकर जांच पूरी कर लेंगे। टिकट परीक्षण के दौरान किसी यात्री में कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका होने पर टीटीई तत्काल कंट्रोल रूम को सुचित करेंगे। साथ ही अगले स्टेशन पर यात्री को ट्रेन से उतारकर प्राथमिक जांच कराना सुनिश्चित करेंगे।

ट्रेनों में नाश्ता और भोजन के साथ मिल रहे सैनिटाइजर

इंडियन रेलवे कैटङ्क्षरग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) पेंट्रीकार व साइडिंग वेंडिंग (रास्ते में मिलने वाला खानपान) से नाश्ता और भोजन लेने पर यात्रियों को मुफ्त सैनिटाइजर भी उपलब्ध करा रहा है। 

गोरखपुर में भी बढ़ सकती है प्लेटफार्म टिकट की कीमत

रेलवे स्टेशनों पर अनावश्यक भीड़ में कटौती के लिए रेलवे ने प्लेटफार्मों टिकटों की कीमत बढ़ानी शुरू कर दी है। फिलहाल, इंदौर, भोपाल, रतलाम, पुणे व मुंबई के कुछ स्टेशनों पर दस की जगह 50 रुपये में प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री शुरू हो गई है। पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों पर भी टिकटों के दाम बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है। देर रात उच्‍च अधिकारी संबंधित रेलकर्मियों के साथ प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री व यात्रियों की संख्या को लेकर मंथन कर रहे थे।

तीनों मंडल के अधिकारियों ने की बैठक

कोरोना वायरस की जानकारी और बचाव को लेकर मुख्यालय गोरखपुर सहित लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के अधिकारियों ने बैठक की। अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बचाव से संबंधित आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई। 


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