मानसिक रोगी से 40 हजार रुपये में बैनामा करा ली 20 लाख की भूमि Gorakhpur News
टोला भरवल निवासी अशोक पुत्र सूर्य बली मानसिक रोगी हैं। ग्रामवासिनी श्रीमती देवी पति सिंधु प्रसाद ने 40 हजार रुपये देकर अशोक से 20 डिसमिल जमीन बैनामा करा लिया। अशोक ने यह रुपये घर के भूसा वाले कमरे में छिपा दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। पीपीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम जंगल अगही के टोला भरवल में कुछ व्यक्तियों ने एक मानसिक रोगी को 40 हजार रुपये देकर उसकी 20 डिसमिल भूमि बैनामा करा ली। घटना की जानकारी रोगी के स्वजन को हुई तो उन्होंने खरीदार समेत तीन के विरुद्ध थाने में तहरीर दे दी। आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
टोला भरवल निवासी अशोक पुत्र सूर्य बली मानसिक रोगी हैं। ग्रामवासिनी श्रीमती देवी पति सिंधु प्रसाद ने 40 हजार रुपये देकर अशोक से 20 डिसमिल जमीन बैनामा करा लिया। अशोक ने यह रुपये घर के भूसा वाले कमरे में छिपा दिया। उनके घर वाले कुछ दिन पूर्व भूसा निकालने गए तो उसमें रुपये मिले। उन्होंने अशोक से पूछताछ की तो उसने बताया कि श्रीमति के घर वालों ने उसे रुपये दिए हैं। वह उसे जमीन लिखवाने के लिए कैंपियरगंज तहसील भी लेकर गए थे।
महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा
अशोक के भाई मग्गन प्रसाद की तहरीर पर पुलिस ने खरीदार श्रीमति, उसके पति सिंधु व कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के बनभागलपुर निवासी गवाह रामनरान के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। मग्गन ने बताया कि उनके छोटे भाई की मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती है। वह अक्सर पीपीगंज थाने पर ही रहता है। कई बार पुलिस उसे मेस से ही भोजन करा देती है। उन्होंने कहा कि आरोपितों ने उसके भाई से दो हजार रुपये प्रति डिसमिल के हिसाब से 20 डिसमिल भूमि लिखवा ली, जबकि भूमि की कीमत 20 लाख रुपये से अधिक है।
इस संबंध में पीपीगंज थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश सिंह ने बताया कि तीन लोगों ने मानसिकरोगी युवक से कीमती जमीन कुछ ही रुपये में बहला-फुसलाकर बैनामा करा लिया है। इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। एफआइआर की कापी तहसील भेजकर बैनामा निरस्त कराया जाएगा।
बैनामा दस्तावेजों की होगी जांच
बांसगांव तहसील में स्थित भूमि निबंधन कार्यालय में दस्तावेजों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में करीब तीन माह से निलंबित चल रहे पूर्व प्रभारी सब रजिस्ट्रार विनोद कुमार गुप्त के पिछले दो वर्षों के कार्यकाल में हुए बैनामा दस्तावेजों का जांच कराये जाने का आदेश आइजी स्टांप ने दे दिया है तभी से रजिस्ट्री कार्यालय में हड़कंप मच गया है। रजिस्ट्री कार्यालय में प्रभारी उप निबंधक के पद पर तैनात रहे विनोद कुमार गुप्त पर दस्तावेजों में अनियमितता करने का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं द्वारा विगत सितंबर माह में प्रदेश के महानिरीक्षक निबंधन (आइजी स्टांप) को एक शिकायती पत्र सौंपा गया था। जिसे गंभीरता से लेते हुए आइजी ने विगत 10 सितंबर को उनको एआइजी कार्यालय गोरखपुर से संबद्ध कर दिया।