बच्चों को स्कूल पहुंचाने वाले 30 वाहनों का चालान
गोरखपुर: कुशीनगर में दुर्घटना के बाद शासन के निर्देश पर स्कूल वाहनों की मानकों की जांच
गोरखपुर: कुशीनगर में दुर्घटना के बाद शासन के निर्देश पर स्कूल वाहनों की मानकों की जांच- पड़ताल शुरू कर दी गई है। शनिवार को गोरखपुर संभाग में सघन जांच अभियान में सिर्फ गोरखपुर में ही छोटे- बड़े 30 स्कूल वाहनों का चालान किया गया।
सहायक संभागीय परिहवन अधिकारी (प्रवर्तन) संदीप कुमार जायसवाल, यात्री कर अधिकारी शारदा मिश्र और इरशाद अली की टीम ने महानगर के तारामंडल, सिविल लाइंस, गोलघर और कार्मल स्कूल के आसपास सैकड़ों वाहनों को चेक किया। इस दौरान अधिकतर आटो, टेंपो और वैन पकड़े गए जो अनधिकृत रूप से बच्चों को स्कूल ले जा रहे थे। कुछ छोटी बसें बिना परमिट ही बच्चों को स्कूल ले जा रही थीं। कई जर्जर वैन और टेंपो पकड़े गए, जिनके पास फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं था। इन सभी अनधिकृत वाहनों का चालान कर दिया गया।
एआरटीओ संदीप कुमार जायसवाल के अनुसार आटो, टेंपो और वैन सिर्फ सवारी वाहन के रूप में पंजीकृत होते हैं। वे स्कूल वाहन के रूप में अधिकृत नहीं होते। इसके बाद भी बच्चों को स्कूल पहुंचाते हैं, लेकिन अब नहीं चलेगा। पकड़े जाने पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। जिन वाहनों का चालान किया गया है, उनके चालकों को चेतावनी भी दी गई है। अगर दोबारा पकड़े गए तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे जर्जर और अवैध वाहनों से अपने बच्चों को स्कूल न भेजें। खुद पहुंचाएं या अधिकृत वाहनों से भेजें। एआरटीओ ने बताया कि जागरूकता के लिए स्कूल प्रबंधन को भी दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उनकी भी जिम्मेदारी तय की जा रही है। अगर स्कूल वाहन से हादसा होता है तो प्रबंधक और प्रधानाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। अगले सप्ताह से स्कूलों में पहुंचकर वाहनों के फिटनेस आदि की जांच की जाएगी। स्कूल प्रबंधन भी अपने यहां कार्यक्रमों के जरिये छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को जागरूक करें। मार्ग दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए जन जागरूकता जरूरी है।