शिक्षकों की मेहनत से समृद्ध हो रहा आनलाइन प्लेटफार्म, यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुए 286 वीडियो
छात्र यदि स्कूल न भी जाएं तो उसकी पढ़ाई बाधित होने वाली नहीं है। वह माध्यमिक शिक्षा विभाग के यूट्यूब चैनल के जरिए एनसीईआरटी द्वारा स्वीकृत उच्च गुणवत्तापूर्ण विभिन्न विषयों के शैक्षिक वीडियो से पढ़ाई कर सकता है।
गोरखपुर, प्रभात कुमार पाठक। यूं तो कोरोनाकाल में सभी गतिविधियां प्रभावित हुईं। लेकिन सबसे अधिक असर पठन-पाठन पर रहा। स्कूल-कालेज बंद हो गए तो बच्चों को पढ़ाना अभिभावकों से लेकर शिक्षकों तक के लिए चुनौती बन गया। कहते हैं कि आपदा से ही अवसर की राह निकलती है। हुआ भी ऐसा ही। बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए आनलाइन शिक्षण का ऐसा विकल्प निकला कि पटरी से उतरी शिक्षण व्यवस्था पुन: पटरी पर लौट आई। जिले के शिक्षकों की मेहनत से आनलाइन पढ़ाई का दायरा बढ़ा। इसका नतीजा है कि आज भी शिक्षकों के कठिन परिश्रम से आनलाइन प्लेटफार्म समृद्ध है।
घर बैठे दर्ज करा रहे ऑनलाइन उपस्थिति
यदि छात्र स्कूल न भी जाएं तो उसकी पढ़ाई बाधित होने वाली नहीं है। वह माध्यमिक शिक्षा विभाग के यूट्यूब चैनल के जरिए एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) द्वारा स्वीकृत उच्च गुणवत्तापूर्ण विभिन्न विषयों के शैक्षिक वीडियो से पढ़ाई कर सकता है। कल तक बैग व बस्ते के साथ स्कूल जाने वाले बच्चे अब घर पर ही पूरी तन्मयता से न सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं बल्कि घर बैठे ही टेस्ट देने के साथ ही अपनी उपस्थिति भी ऑनलाइन ही दर्ज करा रहे हैं।
वीडियो लैक्चर से समृद्ध हुआ यूट्यूब चैनल
कोरोनाकाल में छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में हाईस्कल व इंटर के विभिन्न विषयों के शिक्षकों ने वीडियो लैक्चर तैयार किए। जिससे जनपद के साथ-साथ पूरे प्रदेश के बच्चों ने पढ़ाई की। शहर के राजकीय जुबिली इंटर कालेज में वीडियो तैयार करने के लिए 22 मई 2020 को हाइटेक रिकार्डिग लैब बना। जिसमें अब तक कक्षा 11 व 12 के 286 तथा कक्षा 9 व 10 के 100 वीडियो तैयार कर एनसीईआरटी को भेजे जा चुके हैं। इनमें से कक्षा 11 व 12 के 116 तथा कक्षा 9 व 10 के 52 वीडियो एनसीईआरटी से स्वीकृत होकर डीडी यूपी व स्वयंप्रभा चैनल पर प्रसारित हो चुके हैं। यही नहीं ये सभी वीडियो माध्यमिक शिक्षा विभाग के यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड हैं, जिससे जरूरत के अनुसार बच्चे पढ़ाई करने के साथ ही देख सकते हैं।
कोरोनाकाल के दौरान छात्रहित को सर्वोपरि रखते हुए हम शिक्षकों ने शासन के निर्देश के क्रम में वीडियो लैक्चर बनाना प्रारंभ किया। शुरू में यह हम सभी के लिए बड़ी चुनौती थी, लेकिन हमने अपने परिश्रम बदौलत इस चुनौती को स्वीकार किया। आज हमारे स्टूडियो से विभिन्न विषयों के तैयार शैक्षिक वीडियो से पूरे प्रदेश के छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। - डा. डीके सिंह, मंडल प्रभारी, स्टूडियो।
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