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गोरखपुर में जबरन रिटायर कर दिए गए 27 पुलिस वाले, जानिये क्‍या थी वजह Gorakhpur News

डीजीपी मुख्यालय ने इस संबंध में सभी एडीजी डीआइजी व जिले के पुलिस कप्तान को पत्र लिखा था। जिसके मुताबिक 31 मार्च 2020 को 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके अक्षम और लापरवाह पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिंग कराए जाने के निर्देश दिए गए थे।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 11:15 AM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 05:56 PM (IST)
गोरखपुर में जबरन रिटायर कर दिए गए 27 पुलिस वाले, जानिये क्‍या थी वजह Gorakhpur News
उत्‍तर प्रदेश पुलिस का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। ड़य़ूटी में लापरवाही बरतने वाले जिले में तैनात 50 साल से अधिक उम्र के 27 अक्षम पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर कर दिया गया है। इनमें 20 मुख्य आरक्षी, सात आरक्षी शामिल है। एक इंस्पेक्टर व दो दारोगा को रिटायर करने के लिए एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने डीआइजी रेंज राजेश मोदक को रिपोर्ट भेजी है। डीआइजी कार्यालय से उनके रिटायरमेंट पर अंतिम मुहर लगेगी। इस कार्रवाई के बाद महकमे में खलबली मची है। जबरन रिटायरमेंट के बाद पुलिसकर्मी शुक्रवार को दिनभर पुलिस कार्यालय के चक्कर काटते रहे।

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डीजीपी मुख्यालय ने इस संबंध में सभी एडीजी, डीआइजी व जिले के पुलिस कप्तान को पत्र लिखा था। जिसके मुताबिक 31 मार्च 2020 को 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके अक्षम और लापरवाह पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिंग कराए जाने के निर्देश दिए गए थे। यह जिम्मेदारी एसएपी को सौंपी गई थी। जिले में 50 की उम्र पार कर चुके सिपाही, दारोगा व इंस्पेक्टर की स्क्रीनिंग के लिए एसपी व सीओ लाइन के नेतृत्व में कमेटी बनाई है। स्क्रीनिंग के बाद जो पुलिसकर्मी अक्षम पाए जाएंगे, उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति कर दिया जाएगा। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि अनिवार्य सेवानिवृत्ति का नियम कोई नया नहीं है। समय-समय पर पुलिस विभाग में 50 की उम्र के बाद अक्षम होने पर स्‍क्रीनिंग के बाद अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाती रही है। स्क्रीनिंग में अक्षम पाए गए 27 पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गयी है। एक इंस्पेक्टर व दो दारोगा को रिटायर करने के लिए डीआइजी को रिपोर्ट भेजी गई है। कार्रवाई की जानकारी संबंधित पुलिसकर्मी के साथ ही उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।

हत्यारोपित सिपाही पर भी हुई कार्रवाई

सहजनवां थाने पर तैनात रहे सिपाही अरविंद तिवारी को भी अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है। श्रावस्ती जिले में तैनाती के दौरान एक ब्लाक प्रमुख के पुत्र की हत्या के मामले में अरविंद आरोपित है, और नौकरी केवल आठ माह शेष थी। गीडा थाना पर तैनात सिपाही बच्चा सिंह हादसे में घायल हो गए थे। जिसकी वजह से उनका एक पैर काम नहीं करता था। अक्षम मानते हुए उनको सेवानिवृत्ति दी गई है। थाने पर तैनात सिपाही राम आशीष तिवारी को लापरवाही के आरोप में दंड मिलने पर जबरन रिटायर किया गया है।

पुलिस लाइन व अलग- अलग थाने पर थे तैनात

जबरन रिटायर किए गए पुलिसकर्मी जिले के अलग- अलग थाने व पुलिस लाइन में तैनात थे। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि थानेदारों से भी लापरवाही व अक्षम पुलिसकर्मियों के बारे में जानकारी मांगी गई थी। उनकी रिपोर्ट पर भी कई लोगों को रिटायर किया गया है।


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