Coronavirus in Gorakhpur : बीआरडी मेडिकल कालेज में 21 कोरोना संक्रमितों की मौत, 848 नए मरीज Gorakhpur News
Coronavirus in Gorakhpur कोरोना संक्रमितों की लगातार मौतें हो रही हैं। इलाज व रोकथाम के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। मेडिकल कालेज में 21 संक्रमितों की मौत हो गई। सभी मौतें पोर्टल पर अपलोड न होने के कारण सिर्फ पांच मौतों की सूचना जारी हुई है।
गोरखपुर, जेएनएन : कोरोना संक्रमितों की लगातार मौतें हो रही हैं। इलाज व रोकथाम के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। बीआरडी मेडिकल कालेज में 21 संक्रमितों की मौत हो गई। इसमें 14 गोरखपुर के हैं। सभी मौतें पोर्टल पर अपलोड न होने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने सिर्फ पांच मौतों की सूचना जारी की है। नमूनों की जांच में 848 में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसमें 419 मरीज शहर के हैं। जिले में संक्रमितों की संख्या 42962 हो गई है। 33435 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 455 की मौत हो चुकी है। 9072 सक्रिय मरीज हैं। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने इसकी पुष्टि की है। गोरखपुर की 27, कल्यानपुर निवासी 48, खोराबार की 48, बासगांव की 26, गोरखनाथ की 32 वर्षीय महिला बीआरडी मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में भर्ती थीं। उनकी मौत हो गई। इसी वार्ड में भर्ती एक महिला, पिपराइच के 45, कोतवाली के 64, चौरीचौरा के 55 वर्षीय व्यक्ति ने भी अंतिम सांस ली।
मरने वालों में आसपास के जिलों के लोग भी
नकहा निवासी एक व्यक्ति, बड़हलगंज के 55, गोरखनाथ के 34 व रामनगर के 42 वर्षीय पुरुष व एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। महराजगंज की 26, सिद्धार्थनगर की 29 वर्षीय महिला, देवरिया की 28 वर्षीय महिला, 30 वर्षीय पुरुष व एक अन्य व्यक्ति की मौत हुई। कुशीनगर के 88 वर्षीय व्यक्ति व लखनऊ के 41 वर्षीय व्यक्ति ने भी इसी वार्ड में अंतिम सांस ली।
मौतों के आंकड़े नहीं हो पा रहे पोर्टल पर अपलोड
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने कहा कि रोज मौतों के आंकड़े पोर्टल पर अपलोड नहीं हो पा रहे हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों में मौतों की संख्या कम दिख रही है। जब मौतें पोर्टल पर अपलोड हो जाती हैं तो उसे कुल मौतों की संख्या में जोड़ दिया जाता है।
एमएमएमयूटी के असिस्टेंट प्रोफेसर का कोरोना से निधन
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 42 वर्षीय असिस्टेंट प्रोफेसर मुजम्मिल हसन का निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे। सांस की दिक्कत होने पर एक सप्ताह पहले उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट तो निगेटिव आई थी, लेकिन सीटी स्कैन से संक्रमण की पुष्टि हुई थी। वह विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर थे। परिवार में माता-पिता, पत्नी के अलावा दो छोटे बच्चे हैं। कुलपति प्रो. जेपी पांडेय सहित सभी शिक्षकों ने गहरा शोक जताया।