UP Panchayat Elections 2021: ताकि परिंदा पर न मार सके, 2.11 लाख 'खुराफाती' किए गए पाबंद
UP Panchayat Elections 2021 गोरखपुर जोन में गोंडा पुलिस ने सबसे अधिक 36456 लोगों को पाबंद किया है। कार्रवाई करने में गोरखपुर पुलिस दूसरे नंबर पर है। एडीजी के निर्देश पर वांछित व जेल से छूटे अपराधियों पर भी कार्रवाई की जा रही है
गोरखपुर, जेएनएन। पंचायत चुनाव में गोरखपुर जोन की पुलिस ने 2.11 लाख खुराफातियों को पाबंद किया है।हिंसा होने के अंदेशा को देखते हुए यह कार्रवाई की गई है। जोन में गोंडा पुलिस ने सबसे अधिक 36456 लोगों को पाबंद किया है। कार्रवाई करने में गोरखपुर पुलिस दूसरे नंबर पर है। एडीजी के निर्देश पर वांछित व जेल से छूटे अपराधियों पर भी कार्रवाई की जा रही है
इस धारा में किए गए पाबंद
आइपीसी (भारतीय दंड संहिता)की धारा 107/16 के तहत तहत शांतिभंग की आशंका में लोगों को पाबंद किए जाने का प्रावधान है। पुलिस अपराधों पर नियंत्रण के लिए इसकी कार्रवाई करती है। धारा 107/16 के तहत पुलिस की रिपोर्ट के तहत मजिस्ट्रेट संबंधित व्यक्ति को नोटिस जारी करता है। इसके बाद उस व्यक्ति को अदालत में हाजिर होकर मुचलका भरना पड़ता है। पाबंद की अवधि छह महीने तक की होती है। इसे साल भर तक के लिए बढ़ाया जा सकता है।
किस जिले में कितने लोग हुए पाबंद
जिला संख्या
देवरिया 18760
गोरखपुर 36369
कुशीनगर 11265
महराजगंज 18589
बस्ती 18271
संतकबीरनगर 16688
सिद्वार्थनगर 7396
गोंडा 36456
बहराइच 19511
बलरामपुर 17383
श्रावस्ती 10457
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व आगामी त्योहार लेकर पुलिस पूरी तरह से सतर्क है।अति संवेदनशील व संवेदनशील गांवों की निगरानी की जा रही है। जिससे भी शांतिभंग का खतरा है उसे पाबंद किया जा रहा है।गड़बड़ी कोशिश करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश सभी पुलिस कप्तान को दिए गए हैं।जोन कार्यालय से इसकी मानीटरिंग की जा रही है। - अखिल कुमार, एडीजी जोन
पर्चे खरीदने के लिए लगी नही लाइन
ब्लाकों पर पर्चा खरीदने के लिए लंबी लाइन लगी रही। सबसे अधिक मारामारी प्रधान पद के दावेदारों में रही। सबसे अधिक प्रधान पद के ही पर्चे बिक रहे हैं। इस पद के लिए तीन हजार से अधिक पर्चे दावेदार ले गए। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के करीब एक हजार से अधिक पर्चे बिके। सहजनवां एवं पिपराइच जैसे कुछ ब्लाकों में नामांकन पत्रों के बदले अधिक धनराशि मांगने को लेकर दावेदारों की कर्मियों से बहस भी हुई। सहजनवां में विरोध के बाद कुछ लोगों से लिए गए अतिरिक्त पैसे वापस भी करने पड़े।
इस बार पंचायत चुनाव के लिए तीन एवं चार अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। पांच एवं छह अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 15 अप्रैल को मतदान होने के कारण गोरखपुर जिले में समय काफी कम मिला है। यही कारण है कि पहले ही दिन से बड़े पैमाने पर दावेदार पर्चा खरीदने पहुंच रहे हैं। जिला मुख्यालय पर जिला पंचायत सदस्य पद के लिए पर्चों की बिक्री हुई।