पुलिस की रडार पर सीमावर्ती क्षेत्र के 16 नवधनाढ्य
पुलिस की रडार पर सीमावर्ती क्षेत्र के 16 संदिग्ध हैं। यह लोग कुछ ही दिनों में नवधनाढ्य बन बैठे हैं। अब पुलिस ने इनकी पड़ताल शुरू कर दी है। एलआइयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई) को भी सहयोग में लगाया गया है। संदिग्धों के नेपाल के कनेक्शन की भी खोज की जा रही है।
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : पुलिस की रडार पर सीमावर्ती क्षेत्र के 16 संदिग्ध हैं। यह लोग कुछ ही दिनों में नवधनाढ्य बन बैठे हैं। अब पुलिस ने इनकी पड़ताल शुरू कर दी है। एलआइयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई) को भी सहयोग में लगाया गया है। संदिग्धों के नेपाल के कनेक्शन की भी खोज की जा रही है। प्रारंभिक स्तर की जांच में ही कई चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं। सीमा पर बने मदरसों की भी जांच की जा रही है।
ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है, जो कम दिनों में काफी संपत्ति बटोरी हैं। इनकी कुंडली तैयार की गई है। सदर थाना के ठीक सटे एक व्यक्ति की हवेली है। पहले से वह चोरी की वाहनों को खपाने के मामले में संदिग्ध रहा है। भीमापार में भी दो संदिग्ध हवेलियां हैं। कपिलवस्तु थाना क्षेत्र के एक निवासी का नाम सामने आया है। इसकी बार्डर पर आलीशान कोठी है। नेपाल में अंदर तक पकड़ बताई जा रही है। सोना से लेकर मटर की तस्करी में इस खास शख्स की दखल है। देह व्यापार में भी इनकी मर्जी चलती है। शोहरतगढ़ के खुनुवा व ढेबरुआ थाना क्षेत्र के बढ़नी में भी कई संदिग्ध चेहरे हैं। जो कुछ ही दिनों में फर्श से अर्श तक पहुंच गए। इनका नेटवर्क तैयार है। इनके पास नेपाली रजिस्ट्रेशन नंबर की गाड़ी है। जिससे बेधड़क अंदर तक आते-जाते रहते हैं।
बार्डर के थानावार चिह्नित संदिग्ध
मोहाना दो
कपिलवस्तु एक
शोहरतगढ़ पांच
ढेबरुआ आठ
पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने कहा कि शहर और सीमा पर संदिग्धों को चिह्नित किया जा रहा है। ऐसे लोगों की भी पहचान की जा रही है, जिन्होंने कम समय में ढेर सारी संपत्ति हासिल की है। इनकी सूची शासन को भेजी जानी है। वहां से दिशानिर्देश मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।