सहजनवां में गल्ला व्यापारी से 1.50 लाख की लूट
गोरखपुर में बैंक से पैसे निकालकर लौट रहे एक व्यापारी से बदमाशों ने 1.50 लाख रुपये लूट लिए
- बैंक से रुपये निकाल बेटे के साथ बाइक से लौट रहे थे घर
- थाने के सामने की घटना, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : सहजनवां थाना के पास शुक्रवार दोपहर बाइक सवार बदमाशों ने गल्ला व्यापारी से डेढ़ लाख रुपये लूट लिए। बैंक से रुपये निकालने के बाद वह पिता के साथ घर जा रहे थे। बैंक के सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध बदमाशों की पहचान कर पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
सहजनवां संवाददाता के अनुसार हरपुर-बुदहट के मूल निवासी गल्ला व्यापारी राजू गुप्ता वार्ड नंबर एक जिगिना में रहते हैं। शुक्रवार सुबह राजू अपने पिता टुंगनाथ को लेकर रुपये निकालने एसबीआइ की सहजनवां शाखा में गए थे। टुंगनाथ ने अपने खाते से 1.50 लाख रुपये निकाले और अपराह्न तीन बजे के करीब बैग में नकदी रखकर पिता-पुत्र बाइक से थाना चौराहा पर पहुंचे। इसी बीच बाइक सवार दो युवकों ने ओवरटेक करके बैग छीन लिया। घटना के बाद राजू ने पिता को बाइक से नीचे उतार शोर मचाते हुए बदमाशों का पीछा भी किया। एसपी नार्थ रोहित सिंह सजवान ने बताया कि बैंक के सीसीटीवी फुटेज में पीड़ित ने बदमाशों की पहचान कर ली है।
शादी का सामान खरीदने के लिए निकाले थे रुपये : गल्ला व्यापारी राजू के पिता टुंगनाथ रेशम मंत्रालय में कार्यरत थे। पिछले महीने वह सेवानिवृत्त हुए हैं। राजू ने पुलिस को बताया कि इसी साल छोटी बहन की शादी होनी है। सामान खरीदने के लिए पिता ने अपने खाते से रुपये निकाले थे। कुशीनगर के वित्त एवं लेखाधिकारी से 2.50 लाख रुपये ठगे
गोरखपुर : कुशीनगर में तैनात वित्त एवं लेखाधिकारी को फर्जी खतौनी दिखाकर जालसाज ने 2.50 लाख रुपये हड़प ले लिए। सच्चाई पता चलने पर उन्होंने रुपये वापस मांगे तो दो बार चेक दिया जो बाउंस हो गए। दबाव बनाने पर जालसाज जान से मारने की धमकी दे रहा है। कैंट पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश कर रही है।
सीओ कैंट को दिए प्रार्थना पत्र में आलोक राय ने लिखा है कि वह गोरखपुर बीएसए कार्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में वित्त एवं लेखाधिकारी के पद पर तैनात रहे हैं। उस दौरान उनकी मुलाकात कूड़ाघाट के महादेव झारखंडी निवासी प्रकाश श्रीवास्तव से हुई थी। गोरखपुर में जमीन खरीदने की इच्छा जताने पर उसने एक जमीन का कागज दिखाया और 14.50 लाख में सौदा तय हो गया। आलोक राय के मुताबिक 27 अक्टूबर 2017 को उन्होंने बतौर एडवांस प्रकाश को 2.50 लाख रुपये दे दिए। छानबीन में जालसाजी की जानकारी होने पर उन्होंने प्रकाश से संपर्क किया तो रुपये लौटाने की बात करते हुए उसने चेक दे दिया जो बाउंस हो गया। शिकायत करने पर दोबारा चेक दिया। खाते में रकम न होने के कारण उसका भी भुगतान नहीं हुआ। आलोक राय का आरोप है कि दो सितंबर की शाम प्रकाश उन्हें पैडलेगंज तिराहे पर मिला। रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकला। सीओ के निर्देश पर कैंट पुलिस ने आरोपित के खिलाफ जालसाजी कर रुपये हड़पने और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है।