प्रधानमंत्री आवास : 521 पात्र अभ्यर्थियों को नहीं मिला आशियाना, कोटे के 246 आवास रह गए खाली Gorakhpur News
गोरखपुर विकास प्राधिकरण की ओर से मानबेला में निर्मित प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास मंगलवार को आवंटित कर दिए गए।
गोरखपुर, जेएनएन। जीडीए (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) की ओर से मानबेला में निर्मित प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास मंगलवार को आवंटित कर दिए गए। दो दिनों तक हुई लाटरी में आरक्षित वर्ग में 246 आवासों के लिए आवेदक नहीं मिले जबकि सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के 521 आवेदकों के हाथ खाली रह गए। आवास आवंटित न होने से उन्हें निराश होना पड़ा है।
कोटे के आवेदक को ही मिलेंगे खाली आवास
योजना में जो भी आवास खाली रह गए हैं, उन्हें उसी कोटे के लोगों को आवंटित किया जाएगा। भविष्य में इसके लिए आवेदन आमंत्रित किए जा सकता है। किसी दूसरे वर्ग के आवेदक को इन आवासों का आवंटन नहीं किया जाएगा। आने वाले समय में इस संबंध में गठित कमेटी की बैठक भी हो सकती है।
निराश आवेदक लगा रहे जीडीए का चक्कर
दो दिनों तक चली लाटरी की प्रक्रिया में नाम न निकलने से निराश हुए आवेदक बुधवार को भी जीडीए कार्यालय का चक्कर लगाते रहे। आवेदक कभी प्रधानमंत्री आवास के लिए पात्र अभ्यर्थियों की सूची में अपना नाम खोजते तो कभी संबंधित अधिकारियों के पास जाकर खाली रह गए आवास आवंटित करने की गुजारिश करते। आवेदकों ने दोनों दिन खाली रह गए आवास आवंटित करने को लेकर हंगामा भी किया था।
उभयलिंगी श्रेणी में नहीं आया कोई आवेदक
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सभी वर्गों में उभयलिंगी श्रेणी के लोगों के लिए 0.5 फीसद आरक्षण की व्यवस्था की गई थी। इसके तहत सामान्य वर्ग में चार, अनुसूचित जाति में दो व अन्य पिछड़ा वर्ग में दो आवास आरक्षित थे। लेकिन, इस वर्ग में एक भी आवेदन जीडीए को नहीं प्राप्त हुआ।
आरक्षण नियमों का पालन करते हुए आवास आवंटित किए गए हैं। अलग-अलग श्रेणियों में आवास खाली रह गए हैं, लेकिन नियमानुसार ये आवास किसी अन्य श्रेणी के आवेदक को आवंटित नहीं किए जा सकते। - अनुज सिंह, जीडीए उपाध्यक्ष।
किस वर्ग में कितने आवास रहे खाली
सामान्य वर्ग : 55 (दिव्यांगजन 20, एकल महिला चार, उभयलिंगी चार, वरिष्ठ नागरिक 27)।
अन्य पिछड़ा वर्ग : 42 (दिव्यांगजन आठ, एकल महिला आठ, उभयलिंगी दो,वरिष्ठ नागरिक 24)।
अनुसूचित जाति : 129 (दिव्यांगजन 13, एकल महिला 10, उभयलिंगी दो, वरिष्ठ नागरिक 25, अन्य : 79)।
अनुसूचित जनजाति : 20 (दिव्यांगजन दो, एकल महिला दो, वरिष्ठ नागरिक तीन, अन्य 13)।