यहां इलाज कराने आ चुके 10 कोरोना संक्रमित, जिला अस्पताल जाएं संभलकर Gorakhpur News
यदि लक्षण हैं या दूसरे राज्यों की ट्रेवेल हिस्ट्री तो बिना कोरोना जांच के जिला अस्पताल में इलाज नहीं होगा। होली व पंचायत चुनाव के मद्देनजर बड़ी संख्या में लोग जिले में लौटे हैं। इसके बाद संक्रमण में तेजी से वृद्धि हुई है।
गोरखपुर, जेएनएन : यदि लक्षण हैं या दूसरे राज्यों की ट्रेवेल हिस्ट्री तो बिना कोरोना जांच के जिला अस्पताल में इलाज नहीं होगा। होली व पंचायत चुनाव के मद्देनजर बड़ी संख्या में लोग जिले में लौटे हैं। इसके बाद संक्रमण में तेजी से वृद्धि हुई है। जिला अस्पताल की ओपीडी में भी संक्रमित पहुंचने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह में 10 संक्रमित मिले हैं। इसलिए ओपीडी में इलाज कराने यदि जा रहे हैं तो पूरी सतर्कता बरतें। शारीरिक दूरी का ध्यान रखें और मास्क जरूर लगाएं।
जिला अस्पताल में बनाई गई ट्रायज एरिया
बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिला अस्पताल में ट्रायज एरिया बनाई गई है, जहां हर मरीज को जाना अनिवार्य है। वहां से टोकन लेने के बाद ही पर्चा कटेगा। मरीज को टोकन देने के पूर्व कोरोना जांच की जा रही है। मरीजों की ट्रेवेल हिस्ट्री पूछी जा रही है। जो बाहर से आए हैं और जिनको बुखार है, उनकी तत्काल एंटीजन जांच की जा रही है। प्रतिदन एक से तीन संक्रमित मिल रहे हैं।
बिना मास्क लगाए पहुंच रहे 30 फीसद मरीज
जिला अस्पताल की ओपीडी में लगभग 30 फीसद मरीज बिना मास्क लगाए पहुंच रहे हैं। शारीरिक दूरी का पालन बिल्कुल नहीं हो रहा है। केवल डाक्टर मरीजों से शारीरिक दूरी बनाए रख रहे हैं। ओपीडी कक्ष के बाहर लंबी लाइन लग रही है। मरीज एक-दूसरे से सटकर खड़े हो रहे हैं। बार-बार अस्पताल प्रशासन के अनुरोध के बावजूद शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है।
भर्ती मरीजों के साथ रहेगा एक तीमारदार
बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला अस्पताल प्रशासन ने नई व्यवस्था बनाई है। अब अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ केवल एक तीमारदार को ही रहने की अनुमति दी जाएगी। मरीज व तीमारदारों का हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही अंदर प्रवेश दिया जाएगा। मास्क लगाना सभी के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।
व्यवस्था में किया गया है थोड़ा बदलाव
जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एसी श्रीवास्तव ने बताया कि बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए व्यवस्था में थोड़ा बदलाव किया गया है। यह मरीजों के हित में है। वे सुरक्षित रहेंगे और अस्पताल में संक्रमण नहीं फैल पाएगा। जिसमें भी लक्षण दिख रहे हैं या दूसरे राज्यों की ट्रेवेल हिस्ट्री है, उनकी कोरोना जांच की जा रही है। उसके बाद पर्चा बनाया जा रहा है।
अप्रैल में किस दिन मिले कितने मरीज
तारीख जांच पाजिटिव
01 09 00
02 38 03
03 25 00
05 45 01
06 38 03
07 56 03