मौसम की मार, ट्रेनों की सुस्त रफ्तार
सर्द मौसम में ट्रेनों की रफ्तार यात्रियों पर भारी पड़ रही है। सहरसा से अमृतसर को जाने वाली जनसेवा एक्सप्रेस व गोंडा से वाराणसी को जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के निरस्त होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वाराणसी जाने के लिए कोई अन्य ट्रेन की सुविधा न होने से यात्रियों को बस का सहारा लेना पड़ रहा है।
गोंडा: सर्द मौसम में ट्रेनों की रफ्तार यात्रियों पर भारी पड़ रही है। सहरसा से अमृतसर को जाने वाली जनसेवा एक्सप्रेस व गोंडा से वाराणसी को जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के निरस्त होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वाराणसी जाने के लिए कोई अन्य ट्रेन की सुविधा न होने से यात्रियों को बस का सहारा लेना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त मौसम की मार लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। अभी तक कहीं पर भी अलाव का कोई प्रबंध नहीं किया गया है।
मौसम अब भारी पड़ रहा है। हवा के कारण लोग ठिठुरने को विवश है। शाम हो या सुबह, सर्द मौसम के बाद भी अलाव का कोई प्रबंध नहीं है। कांपते हुए लोग रात गुजारने को विवश है। हालांकि शहर के प्रबुद्ध लोग रात में निकलकर निराश्रित लोगों को कंबल व रजाई का वितरण कर रहे हैं। बावजूद इसके प्रशासनिक तंत्र खामोश है। नगर पालिका हो या राजस्व विभाग, अभी तक ठंड से बचाव का कोई प्रबंध नहीं किया गया है। अस्पताल में मरीजों के साथ आने वाले तीमादारों को फर्श पर लेटकर रात गुजारनी पड़ रही है। इनके लिए अलाव तक के इंतजाम नहीं हैं।
उधर, अमृतसर से कटिहार को जाने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस छह घंटे, वैशाली एक्सप्रेस साढ़े पांच घंटे, कुशीनगर एक्सप्रेस 5 घंटे, गोरखधाम एक्सप्रेस साढ़े चार घंटे, हमसफर एक्सप्रेस साढ़े चार घंटे, कामाख्या आनंदविहार एक्सप्रेस साढ़े चार घंटे, बांद्रा गोरखपुर एक्सप्रेस ढाई घंटे की देरी से चल रही है। पूर्वोत्तर रलेवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव का कहना है कि ट्रेनों के समय से संचालन का प्रयास किया जा रहा है।