अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी, व्यवस्थाओं की हुइ जांच
गोंडा अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच शुरू हो गई है
गोंडा: अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच शुरू हो गई है। शनिवार को प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 12 सेंटरों पर संयुक्त रूप से छापेमारी कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। शासन ने प्रदेश में लिगानुपात को बनाए रखने के लिए अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच का आदेश दिया था।
इसके लिए जिला मजिस्ट्रेट मार्कण्डेय शाही ने टीमों का गठन किया है। नगर क्षेत्र में सिटी मजिस्ट्रेट व नगर स्वास्थ्य अधिकारी, सदर तहसील में एसडीएम सदर के साथ ही मुजेहना व इटियाथोक के अधीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है। कर्नलगंज में एसडीएम, हलधरमऊ, कर्नलगंज, कटराबाजार व परसपुर के अधीक्षकों की टीम बनाई गई है। शनिवार को कर्नलगंज में एसडीएम शत्रुघ्न पाठक ने छापेमारी की। अधीक्षक डॉ. सुरेश चंद्रा ने बताया कि व्यवस्था ठीक मिली। मनकापुर व बभनजोत में भी जांच की गई। एक्सरे मशीन खराब, मरीज हो रहे परेशान
गोंडा: मनकापुर के राम कुमार के बेटे का पैर टूट गया था। उसने हड्डी रोग विशेषज्ञ को दिखाया। इस पर उसे एक्सरे कराने को कहा गया, जब वह जांच कराने पहुंचा तो पता चला कि एक्सरे मशीन खराब होने की जानकारी मिली। शास्त्रीनगर के अकील व राधाकुंड के अमित को भी इससे समस्या हुई। ऐसे में उन्हें बाहर से जांच करानी पड़ी। यह समस्या जिला अस्पताल की है। एक्सरे मशीन में खराबी होने के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है।
वापस हो रहे मरीज:
एक्सरे मशीन के खराब होने के कारण मरीज वापस हो रहे हैं। कुछ तो निजी सेंटरों पर जाकर इलाज करा ले रहे हैं लेकिन, कुछ को मायूसी हाथ लग रही है। इसके अतिरिक्त मरीजों की भीड़ बढ़ने का भी व्यवस्था पर असर पड़ रहा है।
कब चेतेंगे जिम्मेदार:
जिला अस्पताल में जल निकासी की समस्या को लेकर कोई गंभीर नहीं है। डायलिसिस हो या फिर क्षेत्रीय निदान केंद्र, जलभराव की वजह से मरीजों को दिक्कत हो रही है। सीएमओ कार्यालय के सामने भी गंदा पानी भरा है। हालांकि सीएमओ डॉ. अजय सिंह गौतम का कहना है कि व्यवस्था को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। एक्सरे मशीन के बाबत सीएमएस से बात की जा रही है। जलभराव को लेकर भी संबंधित से जानकारी की जा रही है।