सामुदायिक शौचालय न पानी, सकरौरा पश्चिमी के लोगों की यही परेशानी
नाली चोक पेयजल के संकट से जूझ रहे मुहल्लावासी अंधेरे में आवागमन करने को विवश हैं लोग।
गोंडा: आइए आपको कर्नलगंज नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर दो सकरौरा पश्चिमी मुहल्ला ले चलते हैं। यहां पहुंचते ही आमजन ने मुखर होकर एक-एक करके समस्याएं गिनानी शुरू कर दी। किसी का दर्द था कि आजादी को 70 साल से अधिक का समय हो चुका है लेकिन, अभी तक पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई है। ऐसे में पेयजल संकट से लोगों को जूझना पड़ रहा है। यही नहीं, स्वच्छ भारत मिशन के तमाम दावों के बाद भी कई घरों में शौचालय नहीं है। इस वार्ड में सामुदायिक शौचालय तक नहीं है। ऐसे में लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। नालियों की सफाई नहीं हो पा रही है, इससे मुहल्ले में गंदगी से लोग परेशान है। स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। लोगों को अंधेरे में आवागमन करना पड़ रहा है। प्रस्तुत है पंकज मिश्र व छायाकार अमित पांडेय की रिपोर्ट। प्रमुख समस्याएं
- सकरौरा पश्चिमी मुहल्ले में सड़क के दोनों तरफ नालियां कूड़े से पटी पड़ी है। ऐसे में लोगों को समस्या हो रही है।
- अनुसूचित जाति कालोनी में भी सामुदायिक शौचालय नहीं है। ऐसे में यहां पर लोगों को खुले में शौच जाना पड़ता है। ।
- वार्ड में बिजली के तार पर घासें उगी हुई है। कई स्ट्रीट लाइट खराब है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- मुहल्ले में लगे दो हैंडपंप खराब है। ऐसे में लोगों को पानी के संकट से जूझना पड़ रहा है।
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संभलकर चलिए, वर्ना कपड़े खराब हो जाएंगे
-मुहल्ले की नालियों में गंदगी है। ऐसे में यहां से होकर आवागमन करने वालों को स्थानीय लोग सलाह देते हैं कि भैया बचकर चलिए, वर्ना कीचड़ के कारण कपड़े खराब हो जाएंगे। स्थानीय नागरिकों का दावा है कि वह लोग खुद ही नाली की सफाई करते हैं, जिम्मेदार इसको लेकर गंभीर नहीं है।
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लाइटें खराब
-मुहल्ले में सोलर व स्ट्रीट लाइटें लगी हैं लेकिन, उसमें से अधिकांश खराब हैं। इसके कारण अंधेरे में बेसहारा मवेशियों व चोर-उचक्कों का भय बना रहता है। बिजली खंभे पर तारों का मकड़जाल है।
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आवास व राशन की भी समस्या
- सुशीला को अभी भी आवास की दरकार है। वह छप्पर के नीचे रहने को विवश है। मीना के सामने भी आवास को लेकर ही मुश्किल है। राशन व पेंशन न मिलने की समस्या से लोग परेशान है। स्थानीय लोगों का तर्क है कि कई बार कहा गया, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
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- सकरौरा पश्चिमी मुहल्ले में कई समस्या है। बिजली, पानी सबकी दिक्कत ही तो है। पेंशन तक नहीं मिल रही है। कई बार कहा गया लेकिन, कोई सुन नहीं रहा है।
- धनपता देवी - मुहल्ले में गंदगी का अंबार है। समय से सफाई नहीं होती है। खुद ही घर के सामने की नाली की सफाई करनी पड़ती है। क्या करें मजबूरी है। सफाई न करें तो गंदगी पूरा फैल जाएगी।
- अलीमुन - गर्मी का मौसम है। पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था नहीं है। हैंडपंप से ही पानी पीना पड़ रहा है। कई हैंडपंप भी खराब है। साफ सफाई न होने के कारण बच्चों को काफी परेशानी होती है।
- गुलशन - यहां समस्या ही समस्या है। अभी तक पेयजल आपूर्ति की सुविधा नहीं हो पाई है। न तो नालियों की सफाई हो पा रही है, न ही सड़क की मरम्मत। स्ट्रीट लाइट तो लगी है, लेकिन जलती एक भी नहीं है।
- ओम प्रकाश गौतम - प्रतिदिन सफाई कराई जाती है। 100 से अधिक लोगों को आवास दिलाया गया है। शेष बचे लोगों को भी आवास दिलाया जाएगा। नाली, सड़क का भी निर्माण कराया जाएगा। जो भी दिक्कत होगी, उसका निराकरण किया जाएगा।
- नसीबुद्दीन, सभासद
---------------------- -सकरौरा पश्चिमी मुहल्ले की समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। नियमित तौर पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। संबंधित विभागों से वार्ता कर अन्य समस्या को भी ठीक कराया जाएगा।
-प्रियंका मिश्रा, अधिशासी अधिकारी